जयशंकर और मैकमास्टर के बीच यह बैठक काफी मायने रखती है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मैकमास्टर को 10 दिन पहले ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर नियुक्त किया है। व्हाइट हाउस में हुई इस बैठक में दोनों अधिकारियों ने सुरक्षा संबंधों, आतंकवाद से निपटने और रक्षा साझेदारी जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
इस दौरान जयशंकर प्रतिनिधि सभा के स्पीकर पॉल रयान से भी मिले और उनसे दोनों देशों के बीच आर्थिक और रक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाने सहित विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। भारतीय विदेश सचिव जयशंकर से मुलाकात करने के बाद रयान ने एक बयान में कहा, अमेरिका और भारत के बीच रिश्तों की जड़ें लोकतंत्र एवं स्वतंत्रता के साझे मूल्यों से जुड़ी हैं।
रयान ने कहा, अहम साझेदारी को आगे बढ़ाने का हमारे पास एक बढि़या मौका है और हम आर्थिक एवं सुरक्षा सहयोग के तरीकों पर चर्चा के जरिये ऐसा कर सकते हैं।
जयशंकर के साथ बैठक के दौरान रयान ने प्रतिनिधि सभा की ओर से, गोलीबारी की घटना को लेकर संवेदना व्यक्त की जिसमें भारतीय श्रीनिवास कुचिभोटला की मौत हो गई थी और एक अन्य भारतीय आलोक मदसानी घायल हो गया था।
रयान ने कहा, हमारे लोगों को एकजुटता के साथ खड़े रहना जारी रखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मैं आगामी वर्षों में विदेश सचिव जयशंकर के साथ करने को लेकर उत्सुक हूं।
गौरतलब है कि जयशंकर ट्रंप प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों, सांसदों और थिंक टैंक के सदस्यों के साथ वार्ता करने अपनी चार दिन की यात्रा पर अमेरिका आए हैं। ट्रंप के राष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होने के बाद यह अमेरिका की उनकी तीसरी यात्रा है।भाषा