संयुक्त राज्य अमेरिका अफगानिस्तान में अपने आतंकवाद विरोधी मिशन पर एक लेजर फोकस बनाए रखने जा रहा है। राष्ट्रपति जो बिडेन ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि यदि तालिबान अमेरिकी बलों पर किसी भी हमले या काबुल हवाई अड्डे पर संचालन रोकने की जुर्रत की तो इसका तीव्र और करारा जवाब दिया जाएगा।
बाइडेन ने व्हाइट हाउस संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, "हमने तालिबान को स्पष्ट कर दिया है कि हमारे बलों पर किसी भी हमले या हवाई अड्डे पर हमारे संचालन में व्यवधान का तुरंत और सशक्त प्रतिक्रिया के साथ सामना किया जाएगा।"
उन्होंने कहा, "हम हवाई अड्डे पर या उसके आसपास किसी भी संभावित आतंकवादी खतरे पर भी नजर रख रहे हैं, जिसमें अफगानिस्तान में आईएसआईएस से जड़े लोग भी शामलि हैं।" उन्होंने आगे कहा, "मैंने हमेशा कहा है, हम अपने आतंकवाद विरोधी मिशन पर एक लेजर फोकस बनाए रखने जा रहे हैं, हमारे सहयोगियों और उन सभी लोगों के साथ घनिष्ठ समन्वय में काम कर रहे हैं, जो इस क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करने में रुचि रखते हैं।"
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकेन और प्रशासन के अन्य अधिकारियी नाटो के सहयोगियों देशों से मुलाकात करने वाले हैं, जिसमें अफगानिस्तान के हालात को लेकर चर्चा होगी। हमलोग किसी भी हालत में अफगानिस्तान को आतंक की जमीन नहीं बनने देंगे।
उन्होंने कहा, "20 वर्षों से अफगानिस्तान हमारे नाटो सहयोगियों के साथ एक संयुक्त प्रयास रहा है। हम एक साथ गए और हम फिर से जा रहे हैं। अब हम अपने लोगों और अपने अफगान सहयोगियों को सुरक्षा में लाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।"
बिडेन ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में उन्होंने ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस में अपने समकक्षों से बात की है। उन्होंने कहा, "हम सभी इस बात पर सहमत थे कि हमें विश्व के प्रमुख लोकतंत्रों के समूह जी-7 की बैठक अगले सप्ताह बुलानी चाहिए जिससे हम एक साथ मिलकर अपने आपसी दृष्टिकोण, अफगानिस्तान को आगे बढ़ाने के लिए अपने संयुक्त दृष्टिकोण का समन्वय कर सकें।"
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    