Advertisement

दूरदर्शी नेता थे ली कुआन येव : ओबामा

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सिंगापुर के प्रथम प्रधानमंत्री ली कुआन येव की प्रशंसा करते हुए उन्हें एक ऐसा दूरदर्शी नेता बताया जिन्होंने 1965 में अपने देश की स्वतंत्रता के बाद उसे आज विश्व के सबसे समृद्ध देशों में शुमार करने में अहम भूमिका निभाई।
दूरदर्शी नेता थे ली कुआन येव : ओबामा

ओबामा ने ली कुआन येव के निधन के बाद एक बयान में कहा,  वह एक समर्पित जनसेवक और बेहतरीन नेता थे। ली ने तीन दशक तक प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली थी। उन्होंने कहा,  एशियाई आयामों और आर्थिक प्रबंधन पर ली के विचार और अंतर्दृष्टि का विश्वभर में कई लोग सम्मान करते थे और शासन एवं विकास के मामले पर आधुनिक और पुरानी पीढ़ी के विश्व के नेता उनसे सलाह लेते थे।

ओबामा ने कहा,  मैं व्यक्तिगत तौर पर उनकी बुद्धिमत्ता की प्रशंसा करता हूं। मैंने 2009 में सिंगापुर की यात्रा के दौरान उनसे बातचीत की थी जो एशिया प्रशांत में पुनर्संतुलन की हमारी नीति के निर्माण में मदद करने में काफी महत्वपूर्ण थी। उन्होंने कहा,  वह इतिहास के एक सच्चे दिग्गज हैं जिन्होंने आने वाली पीढि़यां आधुनिक सिंगापुर के जनक और एशियाई मामलों के महान रणनीतिकार के रूप में याद रखेंगी।

ओबामा के साथ अमेरिका के कई अन्य नेताओं ने ली के परिवार के प्रति गहरी संवेदा प्रकट की है। उपराष्ट्रपति जो. बाइडेन ने कहा,  ली एक दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने सिंगापुर के आर्थिक विकास का नेतृत्व किया और उसे आज विश्व के सबसे समृद्ध देशों में शामिल करने में मदद की। उन्होंने कहा,  ली ने एक समृद्ध, आधुनिक अर्थव्यवस्था के निर्माण में आर्थिक एकीकरण और प्रभावशाली शासन की महत्ता को समझा। वह एक यथार्थवादी नेता थे।

अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा,  ली कुआन येव 1959 में सिंगापुर के पहले प्रधानमंत्री बने थे, उस दौरान देश की आजादी के बाद उसका भविष्य अनिश्चित था। जब उन्होंने 31 वर्ष के बाद कार्यभार छोड़ा, तब तक उन्होंने छोटे से द्वीप को विश्व के सबसे समृद्ध देशों में खड़ा कर दिया था।

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लगार्दे ने कहा,  वह एक दूरदर्शी राजेनता थे जिनकी प्रतिभा, क्षमता और शिक्षा पर अटल रूख ने सिंगापुर को विश्व के सबसे संपन्न देशों में शुमार कर दिया। उनकी बुद्धिमत्ता और नेतृत्व को विश्वभर के लोग याद रखेंगे। ली का गंभीर निमोनिया के कारण निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे।

Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad