ट्रंप ने शुक्रवार को जिस समय मुख्य रूप से सात मुस्लिम देशों के नगारिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था उस समय कई विमान अमेरिका के लिए पहले ही रवाना हो चुके थे। अब फेडरल कोर्ट ने अपने अादेश में कहा है कि संबंधित 7 देशों के जो लोग पहले ही अमेरिका पहुंच चुके हैं या ये आदेश लागू होने के समय रास्ते में थे और उनके पास अमेरिका का वैध वीजा है तो उन्हें अमेरिका में आने से नहीं रोका जाएगा। अदालत के इस फैसले से इन देशों के उन नागरिकों को राहत मिलेगी जो अमेरिका पहुंचने के लिए रास्ते में थे।
वकीलों ने कल कहा उन्हें इस बारे में पूरी जानकारी नहीं है कि विमान के रवाना होने के बाद कितने लोगों को हिरासत में लिया गया है। हवाईअड्डे पर अपने प्रियजनों को रिहा किए जाने या वापस विमान से भेजे जाने का इंतजार कर रहे घबराए हुए दर्जनों लोगों में 25 वर्षीय योसरे घालेद भी शामिल थीं।
उनकी सास की 67 वर्षीय बहन को यहां सउदी अरब से आए एक विमान से उतरने के बाद हिरासत में ले लिया गया। उनकी सास की बहन यमन की नागरिक हैं जो अपने परिवार के साथ रहने के लिए अमेरिका इसलिए आ रहीं थी क्योंकि उन्हें दिल और मधुमेह से सबंधित समस्याएं हैं। घालेद ने कहा, हम बहुत दुखी हैं। उनकी हालत बहुत खराब है। हम उनके अंतिम दिनों में उन्हें एक अच्छी जिंदगी देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके परिवार से कहा गया है कि उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा और वापस सउदी अरब जाने वाले विमान में बिठा दिया जाएगा। टंप ने कहा है कि अस्थायी यात्रा प्रतिबंध का मकसद संभावित आतंकवादियों को अमेरिका से बाहर रखना है।