अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (15 मई) को कहा कि अमेरिका कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा है। इसके साथ ही उन्होंने भारत को वेंटिलेटर देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा, "मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि भारत में अपने दोस्तों के लिए अमेरिका वेंटिलेटर दान करेगा।" इतना ही नहीं ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और भारत कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की दिशा में भी एक-दूसरे का सहयोग कर रहे हैं ताकि इस ''अदृश्य दुश्मन'' को खत्म किया जा सके।
वहीं, भारतीय-अमेरिकी को महान वैज्ञानिक और अनुसंधानकर्ता बताते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि भारत और अमेरिका साथ मिल कर कोविड-19 का टीका विकसित करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हम (भारत और अमेरिका) साथ मिलकर इस वायरस को हरा देंगे।
'अमेरिका अपने दोस्त भारत को वेंटिलेटर्स दान करेगा'
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके कहा, ''मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि अमेरिका अपने दोस्त भारत को वेंटिलेटर्स दान करेगा। हम इस महामारी के वक्त भारत और नरेंद्र मोदी के साथ खड़े हैं। हम वैक्सीन बनाने की दिशा में भी सहयोग कर रहे हैं, साथ मिलकर हम इस अदृश्य दुश्मन को हराएंगे।''
इस साल के अंत तक देश के पास कोविड-19 वैक्सीन- ट्रंप
इसके पहले डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस वैक्सीन तैयार करने और इसके प्रोडक्शन के लिए टीम की घोषणा की और वैक्सीन लाने की व्हाइट हाउस की मुहिम को "ऑपरेशन वार्प स्पीड" नाम दिया है। इस मुहिम के तहत चुनिंदा 14 वैक्सीन पर रिसर्च और उन्हें परखने का काम किया जाएगा। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह प्रक्रिया 'रिकॉर्ड स्पीड' से आगे बढ़ रही है लेकिन अमरीका को वैक्सीन या बिना वैक्सीन वाली स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भरोसा जताया है कि इस साल के अंत तक देश के पास कोविड-19 वैक्सीन होगी।
अमेरिका में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का निर्यात
गौरतलब है कि पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के ही निजी निवेदन के बाद भारत ने अमेरिका में कोविड-19 के मरीजों के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर से रोक हटा कर इसके निर्यात की अनुमति दी थी। जिसके बाद ट्रंप ने "न केवल भारत, बल्कि मानवता" की मदद करने के लिए "मजबूत नेतृत्व" के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की थी।