रेडियो और वेब में अपने साप्ताहिक संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका ने शुरू से पूजा अर्चना करने की आजादी पोषित की है। उन्होंने कल कहा कि यही वो वादा है जिसे सबसे पहले बसने वालो ने हमारे विशाल महाद्वीप में देखा था और यही वादा हमारे बहादुर योद्धाओं ने सदियों से, लंबे वक्त से हमारे तमाम नागरिकों की रक्षा करके निभाया है। उन्होंने कहा कि दुखद बात यह है कि दुनियाभर में अनेक लोगों के पास ऐसी आजादी नहीं है और धार्मिक आजादी के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक आतंकवाद का खतरा है।
उन्होंने कहा कि ईसाइयों के पवित्र सप्ताह की शुरुआत में जब दुनिया पाम संडे का जश्न मना रही थी तब आईएस ने मिस्र में ईसाइयों के दो गिरजाघर में 45 लोगों की हत्या कर दी और 100 अधिक लोगों को घायल कर दिया। ट्रंप ने कहा कि हमलोग इस बर्बर हमले की निंदा करते हैं और अपने प्रियजनों को खोने वाले लोगों के प्रति अपना शोक जताते हैं तथा बेहतर कल के लिए मजबूती एवं विवेक पाने की प्रार्थना करते हैं, जहां ईसाई, मुस्लिम और यहूदी तथा हिंदू, सभी धर्मों के अच्छे लोग हों और वे अपने दिल की सुनें तथा अपनी चेतना के मुताबिक पूजा करें। (एजेंसी)