बराक ओबामा जब अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे, तो वह ऐसे वादों के साथ आए थे, जो उनसे पहले किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने नहीं किए थे। अब जब उनका शासनकाल समाप्त हो रहा है तो वह क्यूबा पहुंचे हैं। क्यूबा में 88 साल बाद कोई अमेरिकी राष्ट्रपति पहुंचा है। ऐसा करके ओबामा यह संकेत देना चाहते हैं कि दशकों पुराने शीत युद्ध को खत्म करने करना जरूरी है।
क्यूबा की राजधानी हवाना उतरते ही, उन्होंने सबसे पहले ट्वीट किया-क्यू बोल क्यूबा, जिसका अर्थ है क्यूबा में क्या चल रहा है। क्यूबा वर्ष 1958 में अमेरिका के निशाने पर रहा है। उस समय अमेरिकी साम्राज्यवादी समर्थक सरकार को क्यूबा से सत्ताच्यूत करने का का काम वामपंथी नेता गुरिल्ला लीडर फिदेल कास्त्रो ने किया था। तब से अभी तक अमेरक और क्यूबा के रिश्ते कभी सामान्य नहीं हुए। दरअसल, जमीन पर अमेरिका ने क्यूबा के वामपंथी नेतृत्व से लगातार मात खाई और दोनों के बीच रिश्ते हमेशा तल्ख रहे। अब ओबामा इन रिश्तों को सामान्य करने की प्रक्रिया के तहत वह अपनी पत्नी और बेटियों के साथ पहुंचे हैं।
इतने सालों में क्यूबा की राजनीति में भी बहुत परिर्वतन आया है। क्यूबा निवासी भी अपने राजनीतिक एकांतवास को तोड़कर बड़ी दुनिया के साथ मिलना चाहते हैं। हालांकि क्यूबा में कई मानवाधिकार समूह ओबामा कि इस यात्रा का कड़ा विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि ओबामा ने कास्त्रो के साथ अच्छा सलूक नहीं किया और इसलिए उनका विरोध होना चाहिए।