ट्रंप प्रशासन ने सोमवार को 60 रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और सिएटल स्थित रूसी दूतावास को बंद करने का भी आदेश दिया है। आरोप है कि सभी 60 रशियन अमेरिका में डिप्लोमैटिक कवर के तहत जासूसी कर रहे थे।
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— ANI Digital (@ani_digital) March 26, 2018
माना जा रहा है कि अमेरिका और यूरोपियन देशों ने रूस को सबक सिखाने के मकसद से यह कदम उठाया है। आरोप है कि ब्रिटेन में पूर्व जासूस को जहर देने के मामले में रूस का भी हाथ है। ट्रंप प्रशासन के सीनियर अधिकारी ने कहा कि सभी 60 रशियन अमेरिका में डिप्लोमैटिक कवर के तहत जासूसी कर रहे थे। इनमें करीब एक दर्जन यूनाइटेड नेशन में रूस के मिशन पर तैनात थे। ट्रंप प्रशासन सख्त कदम उठाकर रूस के नेताओं को संदेश देना चाहता है कि इस तरह के मामले स्वीकार नहीं किए जा सकते हैं।
इसके अलावा पोलैंड, जर्मनी और लिथुआनिया ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने की बात कही है। वहीं यूरोपियन यूनियन के अध्यक्ष डॉनल्ड टस्क ने कहा कि ब्रिटेन के शहर सलिस्बरी में पूर्व जासूस पर नर्व एजेंट के हमले की समन्वित प्रतिक्रिया के रूप में यूरोपीय संघ के 14 देश रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर रहे हैं। टस्क ने बुल्गारिया के वरना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'पिछले हफ्ते यूरोपीय परिषद ने फैसला लिया था कि रूस को वह साझा तरीके से प्रतिक्रिया देंगे, इसका पालन करते हुए आज 14 सदस्य देशों ने रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का फैसला किया।'
अमेरिका द्वारा निष्कासित किए गए रशियन अधिकारियों के पास अमेरिका छोड़ने के लिए सात दिन हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि किन्हीं कारणों से इन लोगों के नाम जाहिर नहीं किए जा सकते हैं। ट्रंप प्रशासन की तरफ से रूस और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ अब तक उठाए गए कदमों में से यह सबसे महत्वपूर्ण था। एक हफ्ते पहले ट्रंप ने फोन करके रूसी राष्ट्रपति पुतिन को फिर चुने जाने पर बधाई दी थी, लेकिन इस बातचीत में जासूसी का मुद्दा नहीं उठाया था।
ट्रंप प्रशासन के इस फैसले के बाद कई और देशों से इसी तरह के कदम उठाने की बात कही जा रही है। पोलैंड ने रूस के राजदूत को बातचीत के लिए बुलाया है। पिछले हफ्ते यूरोपियन यूनियन के प्रमुख डॉनल्ड टस्क ने कहा था कि 'जासूस को जहर' के मामले में रूस की संदिग्ध भूमिका के चलते सदस्य राज्य उनके खिलाफ कदम उठा सकते हैं। ब्रिटेन पहले ही 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर चुका है। ब्रिटेन का कहना था कि ये लोग अघोषित रूप से इंटेलिजेंस एजेंट थे। इसके बाद रूस ने भी ब्रिटेन के कुछ राजनयिकों को निष्कासित किया था।
बता दें कि पिछले दिनों अमेरिका की तरफ से बयान आया था कि उसे पूरा विश्वास है कि ब्रिटेन में पूर्व जासूस को जहर देने के लिए रूस जिम्मेदार है। वाइट हाउस ने बुधवार को कहा था, ‘अमेरिका, ब्रिटेन के उस आकलन से सहमत है कि पूर्व जासूस और उनकी बेटी को नर्व एजेंट के जरिए जहर देने के मामले में रूस का हाथ है।’ रूस के पूर्व जासूस सर्गेइ स्क्रप्लि (66) और उनकी बेटी यूलिया (33) 4 मार्च को दक्षिणी इंग्लैंड में एक शॉपिंग सेंटर के बाहर एक बेंच पर बेहोशी की हालत में मिले थे। दोनों फिलहाल अस्पताल में हैं।