खाड़ी क्षेत्र में एक बार फिर से तनाव बढ़ने की आशंका पैदा हो गई है। सऊदी अरब के तेल उत्पादन क्षेत्रों पर ड्रोन से हमलों के बाद अमेरिका ने सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि सऊदी के तेल क्षेत्रों पर अप्रत्याशित ड्रोन हमलों का जवाब देने के लिए अमेरिका तैयार है। अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने ड्रोन हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था। ड्रोन हमले का असर इतना व्यापक है कि सऊदी अरब का करीब आधा तेल उत्पादन ठप हो गया जिससे विश्व बाजार में तेल की कीमतें 20 फीसदी तक बढ़ गईं।
यमन के विद्रोहियों पर हमले का संदेह
ये हमले अबकैक और खुराइस तेल क्षत्र में हुए थे। अबकैक में सऊदी सरकार की तेल कंपनी अरामको का सबसे बड़ा तेल प्रोसेसिंग प्लांट है। ईरान ने इस हमले में शामिल होने से इन्कार किया है। दावा किया गया है कि हमला ईरान समर्थक यमन के हौती विद्रोहियों ने किया है। इसके बाद अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने ईरान को हमले के लिए दोषी ठहराया। हालांकि उन्होंने इसके लिए कोई सबूत नहीं दिया। इस वजह से ईरान ने इसे अमेरिका का झूठ करार दिया।
ट्रंप ने ईरान पर सीधा आरोप नहीं लगाया
राष्ट्रपति ट्रंप ने रविवार को ट्वीट करके ईरान पर सीधे तौर पर तो आरोप नहीं लगाया लेकिन कहा कि जैसे ही उनके प्रशासन को साजिशकर्ताओं का पता चल जाएगा, उन पर सैन्य कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा कि उन्हें दोषियों के बारे में पता है। लेकिन सऊदी अरब की ओर से पुष्टि होने के बाद हम कार्रवाई के लिए आगे बढ़ेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया पहले जैसी
ट्रंप के ट्वीट से अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिका सैन्य कार्रवाई कर सकता है। इससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ सकता है। ट्रंप की प्रतिक्रिया वैसी ही रही है जैसी पिछले जून में थी। तब उन्होंने कहा था कि ईरान पर हमले का फैसला टाल दिया गया है क्योंकि ड्रोन हमले जवाब में सैन्य हमले से बड़ी संख्या में मौतें होंगी।
क्रूड ऑयल 20 फीसदी तक महंगा
सऊदी अरब के तेल उत्पादन क्षेत्रों पर ड्रोन हमले के कारण पांच फीसदी ग्लोबल तेल सप्लाई प्रभावित हुई है। इसके कारण सोमवार को ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 12 डॉलर यानी 20 फीसदी बढ़ गया। बाद में ब्रेंट क्रूड 12 फीसदी की तेजी के साथ 66.90 डॉलर प्रति बैरल पर था। इसी तरह डब्ल्यूटीआइ क्रूड भी 15 फीसदी महंगा हो गया। यह 1990-91 में खाड़ी युद्ध के बाद की सबसे ज्यादा तेजी है।
हमले से पहले नरमी थी ईरान और अमेरिका के रुख में
ट्रंप ने अपने ट्वीट में ईरान का नाम नहीं लिया है। लेकिन हमले से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव और बढ़ गया है। शनिवार से पहले अमेरिका द्वारा दोबारा बातचीत शुरू होने की संभावना दिखाई दे रही थी।