अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और न्यूज चैनलों का झगड़ा होता रहा है। ट्रंप ने इस बार सीएनएन चैनल पर अपना गुस्सा निकाला है। न्यूज चैनल की वैश्विक प्रसारण शाखा सीएनएन इंटरनेशनल पर भड़कते हुए ट्रंप ने आरोप लगाया कि यह समाचार चैनल उनके प्रशासन की सही तस्वीर पेश नहीं करता है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि 'सीएनएन दुनिया के सामने अमेरिका को बेहद गलत तरीके से पेश कर रहा है।‘
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में फॉक्स न्यूज, सीएनएन से ज्यादा अहम हो गया है, लेकिन अमेरिका से बाहर सीएनएन इंटरनेशनल अब भी ऐसी (फर्जी) खबरों का स्रोत बना हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपना थैंक्सगिविंग वीकेंड फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो में बिताया।
.@FoxNews is MUCH more important in the United States than CNN, but outside of the U.S., CNN International is still a major source of (Fake) news, and they represent our Nation to the WORLD very poorly. The outside world does not see the truth from them!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 25, 2017
'टाइम पर्सन ऑफ द ईयर' को लेकर विवाद
टाइम पर्सन ऑफ ईयर चुने जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दौड़ में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी हैं। नतीजा 6 दिसंबर को आना है। इससे पहले शनिवार को ट्रम्प ने ट्वीट कर दावा किया कि मैगजीन ने उन्हें पर्सन ऑफ ईयर बनाने की बात कही थी, बस इसके लिए उन्हें फोटोशूट और इंटरव्यू देना होता लेकिन उन्होंने खुद ही मना कर दिया।
Time Magazine called to say that I was PROBABLY going to be named “Man (Person) of the Year,” like last year, but I would have to agree to an interview and a major photo shoot. I said probably is no good and took a pass. Thanks anyway!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 24, 2017
पिछले साल ट्रंप टाइम पर्सन ऑफ द ईयर रहे थे।
ट्रंप के इस दावे को मैगजीन ने 3 घंटे में ही नकार दिया। मैगजीन ने ट्वीट में लिखा कि प्रेसिडेंट इस बारे में झूठ बोल रहे हैं। नतीजा आने से पहले टाइम कभी कमेंट नहीं करता।
चल रही है वोटिंग, प्रधानमंत्री मोदी फिलहाल दौड़ में नहीं
‘टाइम पर्सन ऑफ द इयर’ का रिजल्ट 6 दिसंबर को आएगा। इसके लिए वोटिंग चल रही है। नतीजा आने के दस दिन पहले तक टाइम पर्सन ऑफ ईयर की रेस में सऊदी अरब के शाह मोहम्मद बिन सलमान 21% वोट के साथ सबसे आगे चल रहे हैं। दूसरे नंबर पर काबिज मी टू कैम्पन को अब तक 6% वोट मिले हैं। दुनिया भर की तमाम महिलाओं ने सेक्शुअल हैरेसमेंट के खिलाफ मी टू कैम्पेन चलाया था। ट्रम्प 5% वोट के साथ तीसरे नंबर पर हैं। उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन भी सूची में है। वोट के नतीजे और टाइम के संपादकों की राय को मिलाकर पर्सन ऑफ ईयर चुना जाएगा। पिछले साल वोटिंग में सबसे आगे रहे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार टॉप-10 में भी नहीं हैं।