ट्रंप ने डिज्नी वर्ल्ड समेत अन्य अमेरिकी कंपनियों का स्पष्ट जिक्र करते हुए यह बात कही। इन कंपनियों के बारे में कहा गया है कि उन्होंने अमेरिकी कर्मियों को नौकरी से निकालकर उनकी जगह भारतीयों समेत एच1बी वीजा धारकों को भर्ती किया है।
ट्रंप ने डिज्नी वर्ल्ड एवं अन्य अमेरिकी कंपनियों के मामलों का जिक्र करते हुए गुरूवार को आयोवा में अपने हजारों समर्थकों से कहा, मैं हर अमेरिकी जीवन की रक्षा करने के लिए लड़ूंगा। उन्होंने दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, चुनाव प्रचार मुहिम के दौरान मैंने उन अमेरिकी कर्मियों के साथ भी समय बिताया, जिन्हें नौकरी से निकाल दिया गया और उनकी जगह लेने वाले व्यक्ति को उन्हें प्रशिक्षण देने पर मजबूर किया गया। उनकी जगह विदेशी कर्मियों को लाया गया। हम अब और ऐसा नहीं होने देंगे।
ट्रंप ने कहा, क्या आप यकीन कर सकते हैं? आपको नौकरी से निकाल दिया जाता है और आपको बकाया वेतन तब तक नहीं दिया जाता, जब तक आप उन लोगों को प्रशिक्षित नहीं कर देते जिन्हें आपकी जगह नौकरी पर रखा गया है। मेरा मतलब है, इससे ज्यादा अपमानजनक कुछ और नहीं हो सकता।
डिज्नी वर्ल्ड और दो आउससोर्सिंग कंपनियों के खिलाफ मामला उनके दो पूर्व तकनीकी कर्मियों ने दर्ज कराया है। कंपनियों पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिकी कर्मियों को नौकरी से निकालकर एच1बी वीजा पर खासकर भारत से अमेरिका लाए गए सस्ते विदेशी श्रमिकों को भर्ती करने के लिए षडयंत्र रचा।
लियो पेरेरो और डेना मूरे डिज्नी के उन 250 तकनीकी कर्मियों में शामिल हैं जिन्हें जनवरी 2015 में ओरलैंडो में वाल्ट डिज्नी वर्ल्ड से नौकरी से निकाल दिया गया था। उन्होंने इस मामले में दो आईटी कंपनियों एचसीएल इंक एवं कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजीज को भी आरोपी बनाया था।
ट्रंप ने आव्रजन के मामले पर दोहराया कि वह मैक्सिको की सीमा पर दीवार का निर्माण कराएंगे। उन्होंने कहा, हम अवैध आव्रजन को रोकेंगे एवं नशीले पदार्थों को देश में आने से रोकेंगे। नशीले पदार्थ हमारे देश में आ रहे हैं, हमारे युवा और कई अन्य लोगों इस जहर का सेवन कर रहे हैं।
ट्रंप ने कहा, हम नशीले पदार्थों को हमारे देश में आने से रोकेंगे ताकि यह जहर हमारे महान, खूबसूरत प्यारे युवाओं को प्रभावित नहीं कर सके। ठीक है? हम ऐसा करेंगे। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन हमारी सीमा के बाहर से आ रही हिंसा को रोकेगा।
भाषा