अमेरिकी प्रशांत कमांड के प्रवक्ता और नौसेना के कप्तान डैरिन जेम्स ने रिपोर्ट की पुष्टि की लेकिन साथ ही यह भी कहा कि चीनी लड़ाकू विमान इससे पहले द्वीप का इस्तेमाल कर चुके हैं। वूडी द्वीप पर ताइवान और वियतनाम भी अपना दावा पेश करते हैं। इस द्वीप पर 1990 के दशक से एक सक्रिय एयरफील्ड था लेकिन पिछले साल इसका स्तर बढ़ाकर इसे जे-11 तैनात करने के लायक बना दिया गया था। जेम्स ने कहा, हम अब भी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि चीनी अधिकारी इस विवादित क्षेत्र में आधुनिक सशस्त्र प्रणालियां तैनात करना जारी रखे हुए हैं।
इस कदम की जानकारी एक ऐसे समय पर दी गई, जब हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने अपने चीनी समकक्ष विदेश मंत्री वांग यी की वाशिंगटन में मेजबानी की है। पिछले सप्ताह चीन ने पुष्टि की थी कि उसने वूडी द्वीप पर हथियार तैनात किए हैं। उसने इसे अपना संप्रभु अधिकार बताते हुए सही ठहराया था। एक अमेरिकी अधिकारी ने एएफपी को बताया कि बीजिंग ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों को द्वीप पर तैनात किया। ऐसा लगता है कि वह एचक्यू-9एस है, जिसकी मारक क्षमता 200 किलोमीटर तक की है।