दक्षिण कोरिया की संवाद समिति योनहप ने बताया कि उत्तर कोरिया ने सोल और वाशिंगटन के सैन्य अभ्यास की शुरुआत से पहले पूर्वी सागर में कम दूरी तक मार करने वाली दो मिसाइलें दागीं। दूसरी ओर उत्तर कोरिया की सरकारी संवाद समिति केसीएनए ने कोरियन पीपुल्स आर्मी (केपीए) के प्रवक्ता के हवाले से कहा, कोरियाई क्षेत्र में स्थिति फिर से युद्ध की ओर बढ़ रही है। उसने कहा, अमेरिकी साम्राज्यवादियों और उनके अनुयायियों की ओर से आक्रामकता और युद्ध से निपटने का एकमात्र जरिया न तो वार्ता है और न ही शांति। उनसे बेरहमी से हमला करके ही निपटा जाना चाहिए।
गौरतलब है कि करीब दो लाख दक्षिण कोरियाई और 3700 अमेरिकी सैन्य बल जल, थल और वायु में आठ सप्ताह का सैन्य अभ्यास करेंगे। दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने कहा है कि ये अभ्यास केवल सुरक्षा की दृष्टि से किए जा रहे हैं जबकि प्योंगयांग ने इसे उकसाने वाला अभ्यास करार देते हुए इसकी आलोचना की है। केपीए के प्रवक्ता ने इन अभ्यासों को उत्तर कोरिया पर हमले के लिए किया जाने वाला खतरनाक परमाणु युद्ध अभ्यास बताया। केसीएनए की रिपोर्ट में कहा गया है, हमारे सैन्य बल इस गंभीर स्थिति को मूकदर्शक बनकर देखते नहीं रहेंगे। यदि उत्तर कोरिया की संप्रभुता वाली किसी भी जगह पर एक भी बम गिरता है, तो तुरंत जवाबी कार्रवाई की जाएगी।