फ्रांसीसी पुलिस ने पेरिस में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प होने के बाद 208 लोगों को पकड़ा और उनमें से कुल 174 लोगों को हिरासत में रखा है। गृह मंत्री बर्नार्ड कजेनेयुवे ने कहा कि पुलिस पर बोतलें और मोमबतियों को फेंकने वाले प्रदर्शनकारियों द्वारा मध्य पेरिस में हिंसात्मक कार्य की कड़ी निंदा होनी चाहिए। हिंसा की यह घटना प्लेस डे ला रिपब्लिक में हुई जहां 13 नवंबर को पेरिस हमलों में मारे गये 130 लोगों की याद में फूल और मोमबत्तियां रखी गई हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, फ्रांस की राजधानी में 13 नवंबर के हमलों के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दिए जाने के दौरान प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने पुलिस अधिकारियों पर पथराव किया और बोतलें तथा मोमबत्तियां उठाकर फेंकी। मानव श्रृंखला बनाए हुए ये प्रदर्शनकारी बेटक्लैन कंसर्ट हाल के समीप से गुजर रही थी जहां हमलों में 90 लोग मारे गए थे। फ्रांसीसी राष्टपति फा्रंस्वा ओलांद ने इसके लिए शरारती तत्वों को जिम्मेदार ठहराया है।
पेरिस के बाहरी क्षेत्र में 195 देशों के संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन से पहले प्रदर्शनकारियों ने बुलंद आवाज में कहा, हमारी आवाज सुनो। हम यहां हैं। इस शिखर बैठक का मकसद सही मायने में पहला वैश्विक समझौता करना है जो ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को सीमित करेगा और वैश्विक जलवायु विनाश को रोकेगा।
ब्रिटेन में हजारों लोगों ने किया मार्च
ब्रिटेन की लंदन में 50 हजार से ज्यादा लोग सड़कों पर निकले और दुनिया भर में सबसे लंबे मार्च में से एक का आयोजन करते हुए वैश्विक नेताओं से पेरिस में सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए समझौते पर तुरंत कार्रवाई की मांग की। ग्रीनपीस, फ्रेंड्स आॅफ द अर्थ, आॅक्सफेम, एक्शनएड और वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड के कार्यकर्ता लोगों के साथ जुड़कर रैली में शामिल हुए।
इस दौरान आॅस्कर विजेता एम्मा थाॅम्पसन ने दुनिया भर के नेताओं से इस एतिहासिक अवसर का उपयोग करते हुए जलवायु परिवर्तन को लेकर एक समझौते पर पहुंचने का आवाह्न किया। वह भी लंदन में पर्यावरण को लेकर हुए मार्च में शामिल हुईं।