होलांद ने लंबे समय से ठप पड़े फ्रांस के विकास को बढ़ावा देने तथा बेरोजगारी की गंभीर समस्या दूर करने के लिए कारोबारियों के साथ सालाना बैठक में सोमवार को प्रस्तावित आर्थिक सुधारों की शृंखला का आगाज किया। पहले उपाय के तौर पर उन्होंने उदारवादी रुख रखते हुए कहा कि उन्हें प्रति सप्ताह 35 घंटे काम करने का सवाल नहीं उठाना चाहिए। वह आपात स्थिति का कोई नया अधिकार पाना नहीं चाहते।
होलांद ने तेजी से विकसित और वैश्वीकृत तथा ऑनलाइन अर्थव्यवस्था में श्रमिक अनुकूल फ्रांस का मॉडल संशोधित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इन उपायों में कंपनियों को नए श्रमिकों की नियुक्ति और पांच लाख श्रमिकों के लिए नई प्रशिक्षण व्यवस्था प्रोत्साहित करने के तहत कुछ श्रमिक अनुकूल उपाय शामिल हैं।