स्पेन से अलग होने के लिए सरकार के कड़े विरोध के बावजूद कैटेलोनिया में रविवार को जनमत संग्रह हुआ। हिंसा के बीच हुए जनमत संग्रह के बाद कैटेलोनिया प्रशासन ने घोषणा की कि जनमत संग्रह में भाग लेने वाले 90 फीसदी लोग स्पेन से अलग होना चाहते हैं। वहीं स्पेन का कहना है कि देश की संवैधानिक अदालत ने इस जनमत संग्रह को अवैध करार दिया है।
जनमत संग्रह के दौरान स्पेनी पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। कैटेलोनिया की सरकार के स्वास्थ्य विभाग की एक प्रवक्ता ने बताया कि झड़प के बाद कुल 337 लोग अस्पताल और स्वास्थ्य केन्द्र गए। साथ ही उन्होंने बताया कि अभी तक 91 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई।
प्रदर्शनकारियों के पथराव में 12 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। दस हजार अतिरिक्त दंगारोधी पुलिस स्पेन सरकार ने कैटेलोनिया भेजी है। करीब 700 मेयर पर भी मामले दर्ज किए गए हैं। सैकड़ों गिरफ्तारी हुई हैं। पुलिस ने रबर बुलेट का भी इस्तेमाल भी किया था। इसी बीच स्पेन के प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग भी जोरों से उठने लगी है। बार्सिलोना की मेयर ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की।
स्पेन की सरकार ने कुरियर सेवा भी बंद कर दी है। इसकी वजह से 50 लाख कुरियर अटके। 90 लाख मतपत्र व 15 लाख लिफाफे जब्त किए गए। साथ ही बीते दिनों में 140 वेबसाइट भी बंद की गई हैं। कई इलाकों में इंटरनेट सेवा पर बैन है।
जनमत संग्रह
यह जनमत संग्रह कैटेलोनिया के प्रेसिडेंट कार्ल्स पुइगडेमोंट ने रखा था। उन्होंने दावा किया कि जनमत संग्रह में 90 प्रतिशत वोट स्पेन से अलग होने के पक्ष में पड़े हैं। इस जनमत संग्रह को स्पेन सरकार द्वारा असंवैधानिक करार दिया गया है। पिछले कुछ सालों में आई आर्थिक मंदी और सार्वजनिक खर्चों में कटौती के बाद कैटलोनिया के लोगों में स्वायत्तता को लेकर गुस्सा और बढ़ गया था।
जनमत संग्रह में शामिल होने के लिए 53 लाख से ज्यादा लोगों को बुलाया गया था। करीब 2,315 पोलिंग बूथ बनाए गए थे। जनमत संग्रह के लिए मतपत्र पर केवल एक प्रश्न लिखा था, ‘क्या आप कैटेलोनिया को स्पेन से अलग कर एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाना चाहते हैं?’ इस संबंध में ‘हां’ और ‘नहीं’ की दो मतपेटियां थीं।
कुछ वीडियोज सामने आए हैं जिनमें दिख रहा है कि पुलिस जनमत संग्रह में हिस्सा लेने आए लोगों को पोलिंग स्टेशन से खींच-खींचकर बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस के इस बर्ताव से मानव अधिकारों से जुड़े संगठन भी सरकार के खिलाफ हो गए हैं। जारी संदेश में स्पेन से अपने नागरिकों से ढंग से पेश आने को कहा गया है।
कैटेलोनिया के लोगों का पक्ष
कैटेलोनिया के लोगों का कहना है कि जनमत संग्रह के जरिए हम सिर्फ अपनी राय बताना चाहते हैं। सब स्पेन से अलग नहीं होना चाहते हैं। हम लोकतांत्रिक लोग हैं। अगर पुलिस इसी तरह हिंसा जारी रखेगी तो हम पीछे नहीं हटेंगे। एक सर्वे के मुताबिक, राज्य के 41 फीसदी लोग अलग देश चाहते हैं, जबकि स्पेन के 70 फीसदी लोग वोटिंग के विरोध में हैं।
अलग होने वालों की दलील
स्पेन से कैटेलोनिया के अलग करने वालों का तर्क है कि स्पेन से हमारी भाषा-कल्चर अलग है। इनकी आर्थिक नीतियों की वजह से हमारी नौकरियां जा रही हैं।
स्पेन के साथ रहने वालों का तर्क
जो लोग स्पेन के साथ रहना चाहते हैं उनका कहना है कि कैटेलोनिया को अन्य राज्यों से ज्यादा अधिकार मिले हैं। राज्य स्वास्थ्य, शिक्षा और टैक्स कलेक्शन जैसे मुद्दों पर अपनी खुद की पॉलिसी बनाता है।
स्पेन में कैटेलोनिया की जगह
स्पेन की 16 फीसदी आबादी कैटेलोनिया में है। कैटेलोनिया की आबादी 75 लाख है और इसकी राजधानी बार्सिलोना है।
25.6 फीसदी स्पेन का निर्यात इसी राज्य से होता है। जीडीपी में 21 फीसदी हिस्सेदारी है। स्पेन का 20.7 विदेशी निवेश इसी तटवर्ती राज्य में आता है। स्पेन पर 123 लाख करोड़ का कर्ज है। कैटेलोनिया के रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा इस कर्ज को पाटने में खर्च होता है।