लंदन। ब्रिटेन में करी बनाने वाले रसोइयों की कमी का सामना कर रहे भारतीय रेस्तरां मालिकों ने प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से मुलाकात कर अल्प-अवधि के वीजा की व्यवस्था शुरू करने की मांग की है ताकि सैकड़ों रेस्तरां को बंद होने से बचाया जा सके।
कैमरन और उनकी कैबिनेट के दूसरे सदस्यों के समक्ष पेश दलील में रेस्तरां मालिकों ने कहा है कि 90 फीसदी भारतीय करी रेस्तरां बंद होने के खतरे का सामना कर रहे हैं। समाचार पत्र द इंडिपेंडेंट के अनुसार 10 साल पहले ब्रिटिश करी पुरस्कार की शुरूआत करने वाले एनम अली ने प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्री टेरेसा मे और हाउस आॅफ काॅमन के नेता क्रिस ग्रेलिंग जैसे कई दूसरे वरिष्ठ नेताओं को अपनी समस्याओं के बारे में अवगत कराया है।
अली ने आगाह किया कि रसोइयों को प्रशिक्षित करने में तीन साल तक का समय लग सकता है और एेसे में सैकड़ों रेस्तरां बंद हो सकते हैं। ब्रिटेन में भारतीय रेस्तरां ने करीब 100,000 लोगों को रोजगार दे रखा है और ये हर साल 4.2 अरब डाॅलर कमाते हैं।