कोरबीन के मंत्रालय में भरोसा नहीं रह जाने की बात कहने के बाद शैडो विदेश मंत्री हिलेरी बेन को बर्खास्त कर दिया गया था। इसके शीघ्र बाद उनके सहकर्मी शैडो स्वास्थ्य मंत्री हेइदी एलेक्जेंडर ने ट्विटर पर अपने इस्तीफे की घोषणा की। उसके बाद ग्लोरिया डे पीयरो ने भी इस्तीफा दे दिया जो युवा मामलों और मतदाता पंजीकरण के शैडो मंत्री थे। इस्तीफा दने वालों में स्कॉटलैंड के लिए शैडो मंत्री भी शामिल हैं। कोरबीन के शैडो कैबिनेट के अन्य सदस्यों के भी इसी तर्ज पर चलने की उम्मीद है क्योंकि कई लेबर सांसद ब्रिटेन के ईयू पर जनमत संग्रह से निपटने के तरीके पर कोरबीन की आलोचना कर रहे हैं। 28 सदस्यीय यूरोपीय संघ से बाहर होने का देश को स्तब्ध कर देने वाला फैसला कई लेबर सांसदों की इच्छा के खिलाफ है।
बेन ने कहा, यदि जेरेमी नेता बने रहते हैं तो अगला चुनाव जीतने का कोई भरोसा नहीं है। जेरेमी को एक फोन कॉल में मैंने उनसे कहा कि मैंने पार्टी का नेतृत्व करने की उनकी क्षमता पर भरोसा खो दिया है और उन्होंने मुझे बर्खास्त कर दिया। बेन ने पार्टी नेतृत्व के लिए खुद के आगे आने की महत्वाकांक्षा से इनकार करते हुए कहा कि ईयू जनमत संग्रह नतीजे के बाद हमारे देश की इस बेहद नाजुक घड़ी में लेबर पार्टी को सरकार को जवाबदेह ठहराने के लिए पार्टी को मजबूत और प्रभावी नेतृत्व की जरूरत है। फिलहाल हमारे पास वह नहीं है और इस पर भरोसा नहीं है कि जेरेमी के नेता रहते हम आम चुनाव जीत पाने में सक्षम होंगे।
67 वषर्ीय कोरबीन अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे हैं। ब्रेग्जिट के पक्ष में जनमत संग्रह आने के बाद लेबर सांसद डेम मार्गरेट हॉज और एन कोफी ने संसदीय लेबर पार्टी (पीएलपी) के अध्यक्ष जॉन क्रेयर को अविश्वास प्रस्ताव का एक नोटिस सौंपा। प्रस्ताव में कोई संवैधानिक शक्ति नहीं है लेकिन कल पीएलपी की अगली बैठक में एक चर्चा की मांग की गई है। अध्यक्ष इस पर फैसला करेंगे कि इस पर चर्चा हो या नहीं। यदि यह स्वीकार हो जाता है तो मंगलवार को लेबर सांसदों का एक गुप्त मतदान हो सकता है। गौरतलब है कि यूरोपीय संघ से बाहर निकलने पर जनमत संग्रह के लिए लेबर पार्टी ने इसमें बने रहने के लिए प्रचार किया था लेकिन व्यापक रूप से यह महसूस किया गया कि पार्टी नेता लेबर मतदाताओं का समर्थन हासिल करने में पर्याप्त कोशिश नहीं कर पाए। हालांकि लेबर नेता के एक प्रवक्ता ने बताया, जेरेमी कोरबीन लेबर पार्टी के लोकतांत्रिक रूप से चुने हुए नेता हैं और बने रहेंगे।