25 जुलाई को पाकिस्तान में होने वाले आम चुनाव में सभी सीटों पर ट्रांसजेंडर समुदाय के 13 सदस्य चुनाव लड़ेंगे। अखिल पाकिस्तान ट्रांसजेंडर चुनाव नेटवर्क (एपीटीइन) ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। ऑल पाकिस्तान ट्रांसजेंडर इलेक्शन नेटवर्क ने बताया कि इस आम चुनाव में ट्रांसजेंडर समुदाय के 13 सदस्य अपनी राजनीतिक किस्मत आजमा रहे हैं।
डॉन अखबार की खबर के अनुसार, ट्रांसजेंडर समुदाय के दो नेता नायब अली और लुबना लाल पाकिस्तान तहरीक-ए- इंसाफ गुलालाई (पीटीआई-जी) की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि बाकि 11 निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
हालांकि उन्होंने बताया कि पेशावर और हरीपुर से ट्रांसजेंडर समुदाय के दो लोग अपना नामांकन नहीं भर पाए, लोगों को जब उनके चुनाव लड़ने की इच्छा का पता चला तो उनकी बहुत पिटाई की गई थी। ऑल पाकिस्तान ट्रांसजेंडर एलेक्शन नेटवर्क में ट्रांसएक्शन केपी, सिंध ट्रांसजेंडर वेललेयर नेटवर्क, द बलुचिस्तान एलायंस फॉर ट्रांसजेंडर और इंटरसेक्स कम्युनिटी और पंजाब ट्रांसजेंडर फाउंडेशन शामिल हैं।
ट्रांसजेंडर केपी की अध्यक्ष फरजाना जान का कहना है कि आम चुनावों के बाद वे लोग अपनी अलग राजनीतिक पार्टी बनाने पर विचार करेंगे।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की संसद में कुल 342 सीटें हैं, जिस भी पार्टी को 172 सीटें मिलेंगी वो सरकार बनाएगी और अगर किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो वो छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन करके सरकार बना सकती है। पिछली बार नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन को पूर्ण बहुमत से 6 सीटें कम मिली थीं तो 19 निर्दलीय उम्मीदवारों की मदद से नवाज शरीफ ने सरकार बनाई थी।
अगले साल भारत में भी संसदीय चुनाव होने हैं। ऐसे में भारत की भी नज़रें पूरी तरह से लगी हुई हैं कि पाकिस्तान में किसकी सरकार बनेगी क्योंकि भारत उसी हिसाब से अपनी रणनीति बना पाएगा।