एप्पल कंपनी ने चीन में बिक्री प्रतिबंध से बचने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। एप्पल कंपनी ने आइफोन के सॉफ्टवेयर में मामूली बदलाव किए हैं। चीन की एक अदालत ने क्वॉलकॉम एप्पल के खिलाफ अपील के कारण चीन में आइफोन के निर्यात और ब्रिकी पर रोक लगा दी थी। क्वॉलकॉम का आरोप था कि एप्पल ने उनके दो पेटेंट का उल्लघंन किया है।
क्यों करना पड़ा बदलाव
चीन में बिक्री प्रतिबंध से बचने के लिए एप्पल ने इसी हफ्ते आईओएस फोन में मामूली से बदलाव किए हैं। बुधवार को आई रिपोर्ट में कहा गया है कि आईओएस 12.1.2 वर्जन सॉफ्टवेयर में बदलाव किए गए हैं जो सिर्फ चीन के लिए ही होगा।
मैकरूमर्स के अनुसार ऐप मैनेजमेंट में क्वॉलकॉम पेटेंट से बचने के लिए अपडेट में बदलाव किए गए हैं क्योंकि जब ऐप को बंद करने के लिए संदेश आते हैं तो यह अपडेट एनिमेशन को बदल देता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, स्क्रीन को ऊपर और बंद करने के बजाय, ऐप अब स्वाइप करने पर खुद बंद हो जाता है।
पुराना बैर
एप्पल और क्वॉलकॉम पूरी दुनिया में एक दूसरे को कोर्ट में घसीट चुके हैं। एप्पल ने भी चीन की अदालत के खिलाफ अपील की है। एप्पल ने क्वालकॉम पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया है, जिसमें एक पेटेंट पर दावा करना भी शामिल है जिसे अंतरराष्ट्रीय अदालतों द्वारा पहले से ही अवैध कर दिया गया था और अन्य पेटेंट जो पहले कभी नहीं इस्तेमाल किए गए थे उस पर भी बात की गई है।
एप्पल ने पिछले हफ्ते एक बयान में कहा, कि क्वॉलकॉम द्वारा हमारे उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास एक कंपनी द्वारा उठाया गया हताशा भरा कदम है और जिसका अवैध अभ्यास दुनिया भर के नियामकों द्वारा जांच में है।
प्रतिबंध में नए आईफोन एक्सएस, आईफोन एक्सएस प्लस या आईफोन एक्सआर शामिल नहीं हैं, जो क्वॉलकॉम के मुकदमा दायर करते समय तक उपलब्ध नहीं थे।