इस साल भौतिकी के नोबेल पुरस्कार के लिए दो अलग-अलग प्रयोगों के लिए तीन वैज्ञानिकों को पुरस्कृत किया गया है। आर्थर अश्किन को ऑप्टिकल ट्वीजर्ज के साथ उनके जैविक प्रणालियों के लिए अनुप्रयोग के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वहीं गेरार्ड मोरौ और डोना स्ट्रिकलैंड को उच्च तीव्रता, अल्ट्रा-शॉर्ट ऑप्टिकल प्लस को उत्पन्न करने की अपनी विधि के लिए भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इनमें आधी राशि आर्थर अश्किन और आधी राशि गेरार्ड मोरौ-डोना स्ट्रिकलैंड के बीच बंटेगी।
चिकित्सा में इन्हें मिला नोबेल
वहीं, सोमवार को कैंसर के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले अमेरिका के जेम्स एलिसन और जापान के तासुकु होंजो को इस साल के चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। दोनों ने यह खोज की थी कि प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) किस तरह कैंसर से मुकाबला कर सकता है। बीती सदी के अंतिम दशक में वैज्ञानिकों की इस खोज से त्वचा कैंसर के सबसे घातक प्रकार मेलेनोमा और फेफड़े समेत कई तरह के कैंसर के लिए नए और प्रभावी इलाज के विकास की राह खुली, पहले इनका उपचार बेहद मुश्किल था।