पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) प्रमुख और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान देश के स्वतंत्रता दिवस के दिन यानी 14 अगस्त को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। यह बात शनिवार को मीडिया रिपोर्ट में कही गई है। खान की पार्टी देश में 25 जुलाई को हुए आम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। पार्टी ने देश में 270 संसदीय क्षेत्रों में हुए चुनाव में 116 सीटों पर जीत दर्ज की।
इससे पहले 30 जुलाई को इमरान ने 11 अगस्त को प्रधानमंत्री पद की शपथ की इच्छा जताई थी। उनकी पार्टी ने घोषणा की थी कि बहुमत की सरकार के गठन के लिए गठबंधन बनाने की खातिर बातचीत के जरिये निचले सदन में पर्याप्त सीटें हासिल कर ली गई हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, कार्यवाहक कानून मंत्री अली जफर ने शुक्रवार को ‘डॉन’ को बताया कि मेरी और कार्यवाहक प्रधानमंत्री रिटायर्ड जस्टिस नसीरुल मुल्क की इच्छा है कि नए प्रधानमंत्री का शपथ ग्रहण 14 अगस्त को हो। नेशनल असेंबली के गठन के संभावित कार्यक्रम का अनावरण करते हुए मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) पहले से ही इसका हिस्सा है क्योंकि यह वांछित तारीख पर प्रधानमंत्री के चुनाव को कराने के लिए जरूरी व्यवस्था करने में लगा हुआ था।
जफर ने कहा कि 11 अगस्त या 12 अगस्त को असेंबली का नया सत्र बुलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर यह 11 अगस्त को होता है तो प्रधानमंत्री 14 अगस्त को शपथ ले सकते हैं और उसी दिन राष्ट्रपति ममनून हुसैन नए प्रधानमंत्री को पद की शपथ दिला सकते हैं। जफर ने बताया कि अगर 11 अगस्त को नेशनल असेंबली के सत्र की शुरुआत होती है तो उसी दिन नए सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी।
नेशनल असेंबली के निर्दलीय सदस्यों को यह बताने के लिए तीन दिन का समय दिया जाएगा कि क्या वे किसी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं। इसी तरह महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटों को भरने के लिए भी तीन दिन का समय दिया जाएगा।
कार्यवाहक कानून मंत्री ने बताया कि संविधान के अनुसार चुनाव होने के 21 दिन के अंदर नेशनल असेंबली का पहला सत्र बुलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया 15 अगस्त तक पूरी हो जानी चाहिए।