इस दौरे में बॉर्डर की सुरक्षा के लिए मॉर्डन फेंसिंग सिस्टम पर डील होगी। पाकिस्तान की सीमा से लगातार आतंकियों की घुसपैठ को रोकने के लिए भारत इस तकनीक को खरीदने जा रहा है। ये बॉर्डर पर अभेद्द दीवार का काम करेगा। मॉर्डन फेंसिंग सिस्टम में लेजर वॉल, कैमरे की निगरानी में बॉर्डर के इलाकों को रखने समेत कई अहम बदलाव होंगे। पाकिस्तान से लगातार हो रही आतंकी घुसपैठ को रोकने में इससे मदद मिलेगी। इजरायल दौरे में स्पेशल आर्म्ड फोर्सेज के लिए छोटे हथियारों पर भी डील हो सकती है। इसे आतंकियों, नक्सलियों के खिलाफ कमांडो ऑपरेशन और सुरक्षा गश्त में मदद मिलेगी। अति आधुनिक तकनीक पर आधारित हथियारों के निर्माण में इजरायल की विशेषज्ञता भारत के काम आएगी।
मिसाइल तकनीक के क्षेत्र में इजरायल-भारत के बीच सहयोग पर भी नजर है। हाल ही में भारत ने जमीन से हवा में मार करने वाली मीडियम रेंज मिसाइलों पर इजरायल के साथ एक सौदे को मंजूरी दी थी। मानवरहित ड्रोन छोड़ने वाले वाहन के अपग्रेडेशन पर भी डील होगी। साथ ही एयरफोर्स के लिए एयरक्राफ्ट अर्ली वॉर्निंग सिस्टम को भी मंजूरी मिल सकती है। भारतीय सैन्यबलों के साझा अभ्यास पर भी नजर है। इस साल के आखिर में भारतीय वायुसेना का इजरायल की एयरफोर्स के साथ अभ्यास हो सकता है।