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विक्टोरिया के स्थानीय चुनावों में इस बार रिकाॅर्ड संख्या में उतरे भारतवंशी

ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में अगले महीने होने वाले स्थानीय परिषदों के चुनावों में भारतीय मूल के प्रत्याशी रिकार्ड संख्या में अपनी किस्मत आजमाएंगे। विक्टोरिया में सबसे ज्यादा भारतीय रहते हैं।
विक्टोरिया के स्थानीय चुनावों में इस बार रिकाॅर्ड संख्या में उतरे भारतवंशी

 औपचारिक आंकड़ों के मुताबिक, विक्टोरियन निर्वाचन आयोग को राज्य में 78 से ज्यादा परिषदों में 637 काउंसिलर पदों के लिए 2,135 प्रत्यशियों के नामांकन मिले हैं। आगामी चुनाव में, 50 से ज्यादा भारतीय मूल के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। यह पहली बार समुदाय की ओर से सबसे बड़ा प्रतिनिधित्व है।

राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित व्हैनडम सिटी काउंसिल में भारतीय मूल के 14 से ज्यादा उम्मीदवार हैं।  अन्य काउंसिल्स की तुलना में यह सबसे ज्यादा और रिकार्ड है। व्हैनडम ने 2012 में भारतीय मूल के दो काउंसिलर्स -- गौतम गुप्ता और इंताज खान को पहली बार चुना था। इस शहर से आयोग को भारतीय पृष्ठभूमि के उम्मीवारों सहित 95 प्रत्याशियों के नामांकन मिले हैं जो सबसे ज्यादा हैं। कांउसिलर और व्हैनडम के भारतीय मूल के पहले कार्यवाहक मेयर बनने वाले गुप्ता ने जोर दिया कि ऑस्ट्रेलिया की राजनीति में प्रतिनिधित्व चाहने वाले समुदायों के लिए यह जरूरी है कि वे समुदाय में व्यापक एकता का प्रदर्शन करें। इस बार फिर से चैफी वार्ड से मैदान में उतरे गुप्ता ने कहा  हमने व्हैनडम में कई अभियान शुरू किए हैं जिनमें नस्लवाद : इसे मेरे साथ रोकें,  बहुसांस्कृतिक कारोबारी पुरस्कार,  दीवाली और होली के त्यौहार शामिल हैं, जिन्हें समुदाय और सरकार दोनों ने मिल कर अच्छे से आयोजित किया और अगर मैं फिर से निर्वाचित होता हूं तो मैं बेहतर आधारभूत ढांचे और बहुसांस्कृतिक मुद्दों पर काम करना जारी रखूंगा। पठानकोट में जन्मी मोनिका रायजादा पहली बार चुनाव लड़ रही हैं। वह घरेलू हिंसा के क्षेत्र में काम कर रही हैं और इसी ने उन्हें स्थानीय चुनाव लड़ने को प्रोत्साहित किया।

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