पुलवामा हमले के बाद भारत के निशाने पर आए पाकिस्तान के एक हिंदू सांसद ने दोनों देशों से तनाव छोड़ आपस में शांति कायम करने की अपील की है।
पीटीआई के मुताबिक, सांसद ने शनिवार को एक अपील जारी करते हुए भारत और पाक सरकारों से कहा कि पुलवामा आतंकी हमले से उपजे तनाव को खत्म करना चाहिए। सांसद ने इस पर जोर दिया कि दोनों देशों के मिलकर रहने से नई दिल्ली को ज्यादा फायदा है।
पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ से सांसद बने रमेश कुमार वांकवानी ने दोनों सरकारों के बीच मध्यस्थता करने का प्रस्ताव(ऑफर) देते हुए उम्मीद जताई है कि ‘दोनों देश आपस में आरोप-प्रत्यारोप खेल छोड़कर शांति और सद्भाव के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे।
पाकिस्तान हिंदू काउंसिल के पैट्रन(संरक्षक) आंकवानी कुंभ मेले के अवसर पर भारत सरकार के आमंत्रण पर आए 185 देशों के 220 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को चाहिए कि वे अपनी जमीन को एक-दूसरे के खिलाफ किसी को इस्तेमाल न करने दें। उनके अनुसार दोनों के हाथ मिलाने से भारत अधिक फायदे में रहेगा। पाक-प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के इन कानूनविद का कहना है कि आतंकी हमले के बाद व्याप्त तनाव को उनकी सरकार आगे नहीं बढ़ाना चाहती। ‘वह इस माहौल को बनाए रखना नहीं चाहती। कहा, ‘इसमें अगर किसी तरह का असमंजस है तो मैं अपनी सरकार से उसे साझा करूंगा। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुष्मा स्वराज से भी इस बारे में बात करूंगा।
वांकवानी ने कहा कि वे भारत के साथ एक आध्यात्मिक जुड़ाव महसूस करता हूं और बिना किसी सरकारी-प्रायोजन के साल में दो बार यहां आता हूं।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में विस्फोटक से भरी एक वैन के जरिए गत 14 फरवरी को किए गए आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे और कई घायल हो गए थे। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान से संचालित जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। अब भारत सरकार आतंकवादियों का सहयोग करने के लिए पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग करने के एजेंडे पर काम कर रही है।