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पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, जानें क्या है मामला

पिछले दिनों अविश्वास प्रस्ताव के बाद इमरान खान की सरकार गिर गई थी और नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ...
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, जानें क्या है मामला

पिछले दिनों अविश्वास प्रस्ताव के बाद इमरान खान की सरकार गिर गई थी और नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने। इसके बाद से ही  इमरान खान ने शरीफ बंधुओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और 'शरीफ धु चोर हैं' का नारा हर मंच से बुलंद करते रहे और अब यही इमरान के गले की फांस बन गया है और इमरान खान अब अपने ही नारे में उलझकर कानून के शिकंजे में फंस गए हैं जिसके चलते उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। उनका कानूनी शिकंजे में फंसने का मामला भी शहबाज शरीफ के सऊदी अरब की यात्रा से जुड़ा है।

पिछले दिनों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल अपनी सऊदी अरब यात्रा के दौरान मदीना की मस्जिद-ए-नवबी पहुंचा था। यहां शहबाज शरीफ और अन्य पाकिस्तानी मंत्रियों को कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। मस्जिद में घुसते ही भीड़ पाकिस्तानी डेलिगेशन के खिलाफ चोर-चोर के नारे लगाने लगी। सऊदी अरब की पुलिस ने पांचों पाकिस्तानी नागरिकों को उसी समय गिरफ्तार कर लिया था लेकिन अब इस मसले ने पाकिस्तान में अलग रंग लिया है। फैसलाबाद में इमरान खान और उनके पांच साथियों शहबाज गिल, फवाद चौधरी, कासिम सूरी, शाहबजादा जहांगीर खान, अनील मुसर्रत और शेख रशीद के खिलाफ के खिलाफ ईशनिंदा का मामला दर्ज हुआ है।

माना जा रहा हैकि इमरान खान अब किसी भी वक्त गिरफ्तार हो सकते हैं। पाकिस्तानी गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि मदीना एक पवित्र जगह है और ऐसी जगह पर नारेबाजी करना ऐसा जुर्म है जिसे माफ नहीं किया जा सकता। सऊदी अरब भी इमरान खान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकता है। पाकिस्तान में लागू ईशनिंदा कानून के मुताबिक अगर कोई जानबूझकर धार्मिक भावनाओं का अपमान करता है, इन्हें ठेस पहुंचाता है, पूजा करने की जगह को क्षति पहुंचाता है या ईश्वर की निंदा करता है तो ये ईशनिंदा कानून के दायरे में आता है। ईशनिंदा कानून के मुताबिक इस्लाम या पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कुछ भी बोलने पर मौत की सजा या जुर्माने के साथ आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है। इस कानून की नींव ब्रिटिश शासनकाल में ही पड़ गई थी।

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