भारत पहले से ही अपने नागरिकों के लिए आसान वीजा व्यवस्था की मांग करता रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरिजा में से भारतीय विद्यार्थियों तथा शोधकर्ताओं को बेहतर आवाजाही उपलब्ध कराने को कहा।
भारत-ब्रिटेन प्रौद्योगिकी सम्मेलन को संबोधित करते हुए मे ने कहा, हम पहली बार किसी देश को जिसके नागरिकों को ब्रिटेन में प्रवेश के लिए वीजा की जरूरत होती है, पंजीकृतज यात्री योजना उपलब्ध कराने जा रहे हैं। सीआईआई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मे ने कहा कि इसका मतलब है कि ऐसे भारतीय नागरिक जो नियमित रूप से ब्रिटेन आते रहते हैं उनके लिए वहां प्रवेश की प्रक्रिया काफी आसान हो जाएगी। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि ऐसे उद्यमियों को अब कम फॉर्म भरने होंगे और उन्हें यूरोपीय आर्थिक क्षेत्र (ईयू-इईए) पासपोर्ट नियंत्रण तथा ब्रिटिश हवाई अड्डों से सुगमता से निकलने की सुविधा मिलेगी।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री मे ने कहा कि छोटे शब्दों में कहा जाए तो ब्रिटेन और भारत के लिए अधिक अवसर होंगे। यह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि ब्रिटेन अब कंपनियों के लिए काफी अधिक खुला क्षेत्र बन चुका है।
मे ने कहा कि यह सिर्फ प्रभावी व्यापार और निवेश के लिए ही अनिवार्य कानूनी ढांचा नहीं होगा, बल्कि यह लोगों के लिए भी होगा। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है जिन लोगों को कारोबार के लिए दोनों देशों के बीच आना-जाना होता है उन्हें इसमें सुविधा हो। यही वजह है जब मैं गृह मंत्री थी मैंने भारतीयों के लिए वीजा प्रक्रिया को कहीं आसान किया था। मे ने कहा कि भारत को अब ब्रिटेन में सर्वश्रेष्ठ वीजा सेवाएं उपलब्ध होंगी। किसी अन्य देश की तुलना में आवेदन के लिए कहीं अधिक केंद्र होंगे। सिर्फ वही ऐसा स्थान है जहां उसी दिन वीजा पाना संभव है।
व्यापार और निवेश की अड़चनों को दूर करने का जिक्र करते हुए ब्रिटेन की प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिटेन यहां कारोबार को आसान करने के लिए भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहा है।
उन्होंने कहा, हम अड़चनों को हटा कर कारोबार को आसान कर सकते हैं। यही वजह है कि ब्रिटेन प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर काम कर रहा है जिससे भारत में व्यापार करने को आसान बनाया जा सके।
भाषा