अफगानिस्तान के बिगड़ते हालात के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने पूरी दुनिया के देशों से आह्वान किया है कि वे वहां पनप रहे अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से निपटने के लिए एकजुट हों। गुतेरस ने अफगानों की जान बचाने और मानवीय सहायता पहुंचाने के मकसद से तालिबान और सभी अन्य पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने "मानवाधिकारों पर गंभीर प्रतिबंधों की रिपोर्ट" का संज्ञान लिया और कहा कि वह विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ बढ़ते उल्लंघन के बारे में चिंतित हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा, "हम अफगानिस्तान के लोगों को नहीं छोड़ सकते और न ही उन्हें छोड़ना चाहिए।"
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यूएनएसी की आपात बैठक को संबोधित करते हुए गुतेरस ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल आतंकी संगठनों के मंच या सुरक्षित ठिकाने के रूप में कभी नहीं हो सके। अफगानी लोग स्वाभिमानी हैं। उन्होंने कई पीढ़ियों से युद्ध व मुश्किलें झेली हैं। वे हमारे पूरे समर्थन के हकदार हैं। अगले कुछ दिन महत्वपूर्ण होंगे। दुनिया देख रही है। हम अफगानिस्तान के लोगों को तबाह होते नहीं देख सकते।
यूएन प्रमुख ने कहा कि मैं सुरक्षा परिषद और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह करता हूं कि वह अफगानिस्तान में वैश्विक आतंकी खतरों के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा हो और मिलकर काम करे। वैश्विक आतंकियों के दमन के लिए अपने पास मौजूद सारे संसाधनों का इस्तेमाल करे।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने रविवार को कहा कि, “संयुक्त राष्ट्र एक शांतिपूर्ण समाधान में योगदान करने, सभी अफगानों, विशेषकर महिलाओं और लड़कियों के मानवाधिकारों की रक्षा करने और जरूरतमंद नागरिकों को जीवन रक्षक मानवीय और महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।”