चार दिवसीय पश्चिम एशियाई देशों की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फिलिस्तीन पहुंचे। रामल्लाह में कदम रखते ही फिलीस्तीन की यात्रा करने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं। इस दौरान दोनों देशों के नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। वहीं, पीएम मोदी को राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने ग्रैंड कॉलर प्रदान किया। ग्रांड कॉलर विदेशी मेहमान को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान होता है।
From the ceremonial welcome for PM @narendramodi in Palestine. pic.twitter.com/XbTPAab8Ih
— PMO India (@PMOIndia) February 10, 2018
पीएम मोदी ने कहा, 'हम फिलिस्तीन में शांति और स्थायित्व की आशा करते हैं। हमें विश्वास है कि स्थायी समाधान बातचीत से ही संभव है। केवल डिप्लोमेसी और दूरदर्शिता से ही हिंसा और भूतकाल के बोझ से मुक्ति मिल सकती है। हमें पता है कि यह आसान नहीं है लेकिन हमें कोशिश जारी रखनी है क्योंकि बहुत कुछ दांव पर लगा है।'
We hope for peace & stability in Palestine, we believe a permanent solution is possible with dialogue. Only diplomacy & farsightedness can set free from violence & baggage of the past. We know it is not easy but we need to keep trying as a lot is at stake: PM in Palestine pic.twitter.com/LdtT4CjiBd
— ANI (@ANI) February 10, 2018
Commendation of Grand Collar read,"in recognition of his wise leadership,lofty national & intn'l stature,in appreciation of his efforts to promote historic relations b/w Palestine & India;in acknowledgement of his support to our ppls' right to freedom so peace prevails in region” pic.twitter.com/mnM6Km7bPy
— ANI (@ANI) February 10, 2018
फिलीस्तीनियों के साहस को मोदी का सलाम
वहीं पीएम मोदी ने इस मौके पर फिलीस्तीनियों की संकल्प शक्ति और साहस की तारीफ करते हुए कहा कि जिन कठिनाइयों और चुनौतियों के बीच फिलीस्तीन के लोग आगे बढ़े हैं, वो सराहनीय है। पीएम मोदी ने द्विपक्षीय स्तर पर दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहन बनाने में सहमति का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत फिलीस्तीन की तरह युवाओं का देश है, भारत के युवाओं जैसी आकांक्षा फिलीस्तीन के युवाओं के लिए भी है। पीएम ने दोनों देशों के बीच युवाओं के एक्सेंज को 50 से बढ़ाकर 100 करने की बात कही।
अपने दौरे के पहले दिन पीएम मोदी जॉर्डन की राजधानी अम्मान पहुंचे थे। जिसके बाद आज वो फिलीस्तीन के रामल्लाह पहुंचे। यहां फिलीस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनका स्वागत किया।
रामल्लाह में पीएम मोदी ने सबसे पहले दिवंगत फिलीस्तीनी नेता यासिर अराफात की समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मोदी के साथ राष्ट्रपति महमूद भी मौजूद रहे।
इसके बाद पीएम मोदी फिलीस्तीन के राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने उनका औपचारिक स्वागत किया। राष्ट्रपति भवन में पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
अरबी में किया ट्वीट
वहीं इससे पहले पीएम मोदी ने रामल्लाह पहुंचते ही अरबी भाषा में ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि फिलिस्तीन की इस ऐतिहासिक यात्रा से दोनों देशों के बीच सहयोग मजबूत होगा।
फिलीस्तीन की आजादी के 30 साल के इतिहास में वहां जाने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। ऐसे में दुनिया के हर मोर्चे पर फिलीस्तीन के साथ खड़े नजर आए भारतीय पीएम से इस हिंसा प्रभावित देश को काफी उम्मीदें हैं।
अबु धाबी में मंदिर का करेंगे उद्घाटन
फिलीस्तीन के बाद पीएम मोदी अबु धाबी जाएंगे। यहां रविवार को वह भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे. साथ ही अबु धाबी में बने पहले मंदिर का उद्घाटन करेंगे।
11 फरवरी को सुबह लगभग 9:30 बजे जब प्रधानमंत्री प्रवासी भारतीयों को संबोधित कर रहे होंगे तब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अबू धाबी के पहले मंदिर का शिला पूजन होगा. इस मंदिर के निर्माण की जिम्मेदारी स्वामीनारायण ट्रस्ट को दी गई है।
जॉर्डन में जोरदार स्वागत
शुक्रवार को पीएम मोदी जॉर्डन पहुंचे और यहां उन्होंने किंग अबदुल्ला बिन अल हुसैन से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मोदी जब फोर सीजंश होटल में पहुंचे तो वहा मौजूद भारतीय मूल के लोगों ने उनका स्वागत किया। यहां लोगों में मोदी के साथ सेल्फी लेने की होड़ लग गई। इस दौरान, 'भारत माता की जय' के नारे गूंजते रहे।