26/11 मुंबई आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड और आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का चीफ हाफिज सईद पाकिस्तान सरकार की हिरासत में है। उसे आतंकवाद के वित्तपोषण के सात /मामलों में दोषी करार दिया गया है। उसके बाद से वह पाकिस्तान की जेल में 78 वर्ष के कारावास की सजा काट रहा है। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की एक अपडेटेड रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
बीते साल दिसंबर में भारत ने पाकिस्तान से मांग की थी कि वह यूएन में नामित आतंकी सईद को उसे सौंप दे। भारतीय अफसरों ने इसके लिए सईद के मुंबई हमलों समेत आतंकवाद से जुड़े कई मामलों में उसके भारत में वांछित होने का हवाला भी दिया था। सईद भारत की कई एजेंसियों की वॉन्टेड लिस्ट में शामिल है। हालांकि सईद को देने से पाकिस्तान ने साफ इनकार कर दिया है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति (सैंक्शन कमेटी) की संशोधित सूचना में कहा गया है कि सुरक्षा परिषद की 1267 अल-कायदा प्रतिबंध समिति द्वारा दिसंबर 2008 में वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया सईद 12 फरवरी 2020 से पाकिस्तान सरकार की हिरासत में है। वह आतंकवाद से जुड़े सात मामलों में दोषी करार दिए जाने के बाद 78 वर्ष के कारावास की सजा काट रहा है। हाफिज सईद पाकिस्तान में बैठकर ना सिर्फ भारत में आतंक फैलाता रहा है, वह अपनी राजनीतिक पार्टी बनाकर चुनाव भी लड़ चुका है।
सुरक्षा परिषद समिति ने हाल ही में संपत्ति जब्त, यात्रा प्रतिबंध और हथियार प्रतिबंध के अधीन व्यक्तियों और संस्थाओं की अपनी सूची में संशोधन किया है। इन संशोधनों के हिस्से के रूप में, समिति ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक सदस्य और सईद के डिप्टी हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टावी की मौत की भी पुष्टि की।
बता दें कि 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के लिए लश्कर हमलावरों को प्रशिक्षण देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भुट्टावी का पिछले साल मई में जेल में निधन हो गया। वह आतंकी वित्तपोषण में शामिल होने के आरोप में सजा काट रहा था।