अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों के लौटने के बाद यहां सरकार बनाने के लिए तालिबान में माथापच्ची जारी है। इस बीच खबर है कि यहां सत्ता को लेकर तालिबान और हक्कानी नेटवर्क आपस में ही भिड़े पड़े हैं। कहा जा रहा है कि तालिबान के सह-संस्थापक अब्दुल गनी बरादर और हक्कानी गुट के बीच झड़प हुई है और इसमें गोली भी चली है। अफगानिस्तान की वेबसाइट पंजशीर ऑब्जर्वर की रिपोर्ट के अनुसार, इस झड़प में अब्दुल गनी बरादर घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि हक्कानी गुट ने ही गोली चलाई है।
पंजशीर ऑब्जर्वर ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि काबुल में बीती रात तालिबान के दो वरिष्ठ नेताओं के बीच सत्ता संघर्ष को लेकर गोलीबारी हुई। पंजशीर के मुद्दे को कैसे हल किया जाए, इसे लेकर अनस हक्कानी और मुल्ला बरादर के लड़ाकों के बीच असहमति थी और इसी को लेकर झड़प हो गई। हक्कानी की ओर से चलाई गई जिसमें गोली में मुल्ला बरादर कथित तौर पर घायल हो गए हैं और उनका पाकिस्तान में उपचार चल रहा है। हालांकि, सूत्रों ने गोलीबारी की पुष्टि नहीं की है।
इधर नॉर्दन अलायंस ने भी ट्वीट कर इस घटना का जिक्र किया है। नॉर्दन अलांयस का कहना है कि बरादर ने तालिबानियों को पंजशीर में नहीं लड़ने और काबुल आने को कहा है। इस झड़प में मुल्ला बरादर गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं और उन्हें उपचार के लिए पाकिस्तान ले जाया गया है।
इधर, हक्कानी नेटवर्क और तालिबान के बीच जारी राजनीतिक खींचतान के बीच अफगान की पूर्व महिला सांसद मरियम सोलेमानखिल ने शनिवार को दावा किया था कि हक्कानी नेटवर्क और तालिबान के बीच सत्ता की लड़ाई शुरू हो गई है। हक्कानी नेटवर्क के नेता अनस हक्कानी और खलील हक्कानी का तालिबान के नेता मुल्ला बरादर और मुल्ला याकूब के साथ झड़प भी हुई है। सोलेमानखिल ने ट्वीट कर बताया कि पाकिस्तान नहीं चाहता है कि मुल्ला बरादर देश की अगुवाई करे। जबकि, हक्कानी नेटवर्क सरकार में बड़ी हिस्सेदारी और रक्षा मंत्री का पद मांग रहा है, लेकिन तालिबान इतना कुछ देने को तैयार नहीं है।
खबर यह भी है कि अफगान की सत्ता को लेकर हक्कानी और तालिबान के बीच जारी संघर्ष के मद्देनजर ही पाकिस्तान ने आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को काबुल भेजा है। माना जा रहा है कि आईएसआी प्रमुख को दोनों गुटों के बीच जारी झगड़े को सुलझाने और अफगान में सरकार बनाने का रास्ता सुझाने के लिए पाकिस्तान ने भेजा है।