कोरोना वायरस का सबसे पहले मामला चीन के वुहान शहर में आया था, जहां से इसने पूरी दुनिया में तबाही मचाई और अभी भी दुनिया के कई देश इससे अभी भी जुझ रहे हैं। भारत भी इसमें शामिल है, जहां अब तीसरी लहर की आशंका है। लेकिन, एक बार फिर चीन के वुहान शहर में कोरोना विस्फोट हुआ है। वुहान में प्रशासन ने ऐलान किया है कि वह पूरी आबादी का कोरोना टेस्ट करेगा। बता दें, वुहान शहर में ही साल 2019 के दिसंबर में कोरोना संक्रमण का पहला मामला दर्ज किया गया था।
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, वुहान में कोरोना के मामले मिलने के बाद सरकार की चिंता बढ़ गई है और उसने पूरी आबादी का कोरोना टेस्ट कराने का फैसला लिया है। वुहान के वरिष्ठ अधिकारी ली ताओ ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार 11 मिलियन की आबादी वाले शहर में सभी निवासियों का कोरोना टेस्ट (न्यूक्लिक एसिड टेस्टिंग) शुरू कर रही है।
वुहान के अधिकारियों ने सोमवार को ऐलान किया था कि शहर में प्रवासी श्रमिकों के बीच सात स्थानीय रूप से ट्रांसमिटेड कोरोना के संक्रमण पाए गए हैं। बता दें कि करीब एक साल बाद वुहान में कोरोना के मरीज मिले हैं, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है। यही वजह है कि चीनी सरकार ने शहर के सभी लोगों की जांच करने के आदेश दिए हैं।
चीन में मंगलवार को कोरोना वायरस के 61 नए मामले सामने आए थे। इधर, चीन के कई शहरों में डेल्टा वेरिएंट ने दस्तक दे दी है और यह अब तेजी से फैल रहा है। बता दें कि चीन के कम से कम 18 प्रांतों में पिछले 10 दिनों में संक्रमण के 300 घरेलू मामले सामने आये हैं, जिसने एक बार फिर कोविड-19 को लेकर चुनौती खड़ी दी है। इससे पहले चीन ने महीनों की कड़ी मशक्कत के बाद संक्रमण के प्रसार की रोकथाम की थी। इसके मुताबिक, हाल के दिनों में 18 प्रांतों के 27 शहरों में संक्रमण के 300 से अधिक नए मामले दर्ज किये गये हैं ,जिनमें बीजिंग, जिआंगसू और सिचुआन भी शामिल हैं।