ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को अपने नौसैनिक इतिहास के सबसे पुराने रहस्य का हल ढूंढ़ निकाला। इसने एक सदी पहले लापता पनडुब्बी एचएमएएस एई-1 को खोज निकाला। ईएफई न्यूज के मुताबिक, यह पनडुब्बी 14 सितंबर 1914 को लापता हो गई थी। उस वक्त इसमें 35 लोग सवार थे। उत्तर-पूर्व पापुआ न्यू गिनी में न्यू ब्रिटेन और न्यू आयरलैंड आइलैंड के बीच अपनी यात्रा के दौरान यह अज्ञात कारणों से लापता हो गई थी। सर्वे शिप फर्गो इक्वेटर को यह जहाज ड्यूक ऑफ यॉर्क द्वीप के 300 मीटर नीचे मिला।
इस घटनाक्रम के बाद, ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री मैरिस पेयन ने कहा कि 1914 में एई-1 का लापता होना हम जैसे नए राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी त्रासदी थी। उन्होंने कहा कि प्रथम विश्वयुद्ध में रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नेवी और मित्र राष्ट्रों के लिए यह पहली क्षति थी। बता दें कि फर्गो इक्वेटर एक सर्वे जहाज है, जिसने 2014 में हिंद महासागर में लापता मलेशियाई हवाई जहाज की खोज में भाग लिया था। इसने अपनी 13वीं यात्रा में 103 साल पहले लापता पनडुब्बी को खोज निकालने में सफलता पाई।
103 साल बाद मिली ऑस्ट्रेलिया की पहली पनडुब्बी
ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को अपने नौसैनिक इतिहास के सबसे पुराने रहस्य का हल ढूंढ़ निकाला। इसने एक सदी...

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