स्थानीय मीडिया ने खबर दी कि एक ऐतिहासिक फैसले में लड़के को ‘आपराधिक व्यवहार आदेश’ सुनाया गया, जिसके तहत उसे छह महीने के लिए जीपीएस (ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम) टैग पैर में पहनना होगा। खबर में कहा गया कि अपराधी को हर समय इलेक्ट्रानिक टैग पहनना होगा ताकि पुलिस उसके हर कदम का पता लगा सके और उस पर निगरानी रख सके। इसमें कहा गया कि शुरूआत में उसे एक आदेश दिया गया लेकिन वह इसके बावजूद 14 साल की लड़की को धमकाने सहित कई अपराध में शामिल रहा। जिसके बाद उसे इस तरह की निगरानी में रखा गया है।
खबर में यह भी कहा गया है कि एक किशोर अदालत ने पिछले साल सेंधमारी और लूटपाट सहित कई अपराधों पर युवक के शामिल होने के बाद यह फैसला सुनाया।