भूटान ने असम को जाने वाले जल प्रवाह को रोकने संबंधी कई रिपोर्ट का खंडन किया है और कहा है कि वह नहर की मरम्मत करवा रहा है ताकि जल प्रवाह , सुचारु रूप से जारी रहे।
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि भूटान ने असम के बक्सा जिले के किसानों का पानी रोक दिया है। हालांकि भूटान ने इन दावों को खारिज कर दिया है। कहा गया कि भूटान द्वारा असम को प्रवाहित होने वाली नहर में पानी रोकने की रिपोर्ट सही नहीं है।
फूट डालने के लिए फैलाई जा रही अफवाह
इस संबंध में भूटान की तरफ से बयान भी जारी हुआ है जिसमें कहा गया है कि भूटान और असम के रिश्तों में फूट डालने के लिए इस तरह की बातें फैलाई जा रही हैं।
चल रहा है मरम्मत का काम
भूटान सरकार ने इन रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा है कि नहर में प्राकृतिक कारणों से जल प्रवाह बाधित हो गया था और भूटान के अधिकारी नहरों की मरम्मत करवा रहे हैं ताकि असम को सुचारु रूप से जल प्रवाह सुनिश्चित हो सके।
कोई विवाद नहीं: संजय कृष्णा
वहीं, असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल के मुख्य सचिव कुमार संजय कृष्णा ने कहा कि असम में सिंचाई का पानी भूटान की पहाड़ियों से आता है। कई बार बड़े पत्थरों की वजह से पानी का बहाव रुक जाता है। हमने भूटान से बात की और उसने तुरंत इसे ठीक कर दिया। कोई विवाद नहीं है।
किसानों को परेशानी
बता दें कि बक्सा जिले के करीब 6000 किसान सिंचाई के लिए डोंग परियोजना पर निर्भर हैं। साल 1953 के बाद से किसान धान की सिंचाई भूटान की नदियों के पानी से करते रहे हैं। वहीं दो-तीन दिनों से बक्सा के किसान भूटान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने रोंगिया-भूटान सड़क जाम की थी। किसानों का कहना था कि केंद्र सरकार भूटान के सामने इस मुद्दे को उठाए।