पहला हमला गुरूवार को हुआ जब जिहादियों ने कैमरून के साथ लगती सीमा के पास पुल्का गांव से 18 लड़कियों का अपहरण कर लिया।
वहीं, बोको हराम विरोधी मिलिशिया के एक सदस्य अदामु अहमद ने बताया कि दूसरी घटना लेक चाड के निकट दुम्बा गांव में हुई जहां जिहादियों ने उगाही देने से मना करने पर एक चरवाहे की हत्या कर दी और वे उसके परिवार की चार महिलाओं को साथ ले गए।
पुल्का समुदाय के एक नेता ने अपना नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि मम्मान नूर शिविर से बोको हराम के लड़ाके सुबह करीब छह बजे पिकअप वैनों में पहुंचे और उन्होंने 14 लड़कियों को अगवा कर लिया जिनकी आयु 17 वर्ष और उससे कम है। इसके बाद उन्होंने बच कर भाग रही चार अन्य लड़कियों को अगवा कर लिया।
अधिकारी के अनुसार हमलवार बोको हराम के संस्थापक मोहम्मद यूसुफ के बेटे अबु मुसाब अल बरनावी के नेतृत्व वाले धड़े के वफादार थे। भाषा