चीन सैन्य पुनर्गठन के तहत अपनी सेना में भारी कटौती करने जा रहा है। सेना के आधिकारिक समाचारपत्र पीएलए डेली की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक 23 लाख सैनिकों की सैन्य क्षमता वाला चीन अपने इतिहास में सेना में सबसे बड़ी कटौती करने जा रहा है। अपनी सेना की पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत चीन सैनिकों को 10 लाख तक सीमित करने जा रहा है। चीनी सेना के आधिकारिक समाचार पत्र पीएलए डेली की रिपोर्ट के अनुसार जनमुक्ति सेना पीएलए नौसेना एवं मिसाइल बल समेत अन्य सेवाओं की संख्या बढ़ाएगा।
चीनी सोशल साइट वीचैट पर अखबार के अकाउंट जुन झोंगपिंग स्टूडियो पर सेना में ढांचागत सुधार को लेकर छपे लेख में कहा गया है कि सुधार के बाद विशाल सैन्य क्षमता वाले पुराने ढांचे के स्वरूप को बदला जायेगा। रिपोर्ट के अनुसार, यह सुधार चीन के सामरिक लक्ष्यों एवं सुरक्षा जरूरतों पर आधारित है।
इससे पहले पीएलए का फोकस जमीनी लड़ाई एवं आंतरिक रक्षा पर केंद्रित था, जो मौलिक सुधार की प्रक्रिया से गुजरेगा। इसके अनुसार, ऐसा पहली बार है जब सक्रिया पीएलए सैन्य कर्मियों की संख्या कम कर 10 लाख से नीचे की जायेगी। इसके अनुसार पीएलए नौसेना, पीएलए स्ट्रैटजिक सपोर्ट फोर्स एवं पीएलए रॉकेट फोर्स में सैनिकों की संख्या बढ़ायी जायेगी जबकि पीएलए एयर फोर्स के सक्रिय सैन्य कर्मियों की संख्या वही बनी रहेगी।
चीन के रक्षा मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार वर्ष 2013 में पीएलए सेना में करीब 8.50 लाख यु्द्ध सैनिक थे। बहरहाल पीएलए सेना की कुल ताकत के बारे में कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया। इससे पहले चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने घोषणा की थी कि पीएलए में तीन लाख सैनिकों तक की कटौती की जायेगी।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से भारत और चीन के बीच लगातार तनाव है। दोनों देशों के बीच भूटान और सिक्किम बॉर्डर पर गहमागहमी है। दोनों देशों की सेना कई बार आमने-सामने आ चुकी है।