तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में अनुशासन निरीक्षण विभाग के प्रमुख वांग योंगजुन के हवाले से अखबार ने लिखा है कि पार्टी के कुछ अधिकारियों ने महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दों को और देश के अलगाववाद-रोधी संघर्ष को दरकिनार कर दिया है। सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) से जुड़े अखबार ग्लोबल टाइम्स ने 2016 में जारी एक रिपोर्ट का भी हवाला दिया है जिसमें 2014 में पार्टी के 15 अधिकारियों के तार कथित तौर पर अवैध विदेशी अलगाववादी संगठनों से जुड़े होने की बात कही गयी थी। इसमें लिखा था कि ये संगठन दलाई लामा के लोगों को खुफिया जानकारी देते हैं और अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं। हालांकि उसने अधिकारियों के नाम और पदों का खुलासा नहीं किया है।
पहली बार चीन में सरकारी मीडिया ने 1959 में दलाई लामा के भारत चले जाने के बाद चीनी अधिकारियों के तार दलाई लामा से जुड़े होने की बात का खुलासा किया है। चीन तिब्बत के निर्वासित आध्यात्मिक नेता दलाई लामा को तिब्बत को चीन से अलग करने के लिए काम करने वाले अलगाववादी के तौर पर देखता है। चीन क्रमबद्ध तरीके से तिब्बत में दलाई लामा के प्रभाव को कम करने के लिए कार्रवाई कर रहा है। (एजेंसी)
चीनी अधिकारी ही पहुंचा रहे हैं दलाई लामा को मददः चीन
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने पहली बार सार्वजनिक रूप से यह चौंकाने वाला खुलासा किया है कि उसके कुछ अधिकारी तिब्बतियों के 81 वर्षीय सर्वोच्च धार्मिक नेता दलाई लामा को चंदा देकर उनकी मदद कर रहे हैं। सरकारी ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार एक वरिष्ठ अधिकारी ने 14वें दलाई लामा को कथित तौर पर चंदा देने को लेकर पार्टी के कुछ अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह का व्यवहार अलगाववाद के खिलाफ पार्टी की लड़ाई को कमजोर करता है।
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