अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फैसला लिया है कि वह भारत का नाम उन देशों की सूची से बाहर कर देंगे, जो सामान्य कर-मुक्त प्रावधानों (जीएसपी) का लाभ उठा रहे हैं। ट्रंप ने इसकी जानकारी अपनी संसद को दे दी है। भारत के अलावा तुर्की भी है जिसके साथ अमेरिका ये कारोबारी संबंध तोड़ रहा है।
सामान्य कर-मुक्त प्रावधानों (जीएसपी) का लाभ उन उत्पादों पर उठाया जाता है जिनका निर्यात अमेरिका को किया जाता है। ट्रंप का कहना है कि उन्होंने ये फैसला इसलिए लिया है क्योंकि भारत अब वैधानिक पात्रता मानदंडों का पालन नहीं कर रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से फैसले पर दस्तखत किए जाने के बाद 60 दिन का नोटिफिकेशन भेज दिया गया है। जीएसपी समाप्त करने की यही वैध प्रक्रिया है। भारत और तुर्की के लगभग 2 हजार उत्पाद हैं जो इसके प्रभाव में आएंगे। इनमें ऑटो पार्ट्स, इंडस्ट्रियल वॉल्व और टेक्सटाइल मैटीरियल प्रमुख हैं। राष्ट्रपति चाहें तो अपना फैसला वापस ले सकते हैं, लेकिन इसके लिए भारत और तुर्की को अमेरिकी प्रशासन की चिंताओं को दूर करना होगा?
क्या है जीएसपी?
जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस (जीएसपी) अमेरिकी ट्रेड प्रोग्राम है जिसके तहत अमेरिका विकासशील देशों में आर्थिक तरक्की के लिए अपने यहां बिना टैक्स सामानों का आयात करता है। अमेरिका ने दुनिया के 129 देशों को यह सुविधा दी है जहां से 4800 प्रोडक्ट का आयात होता है। अमेरिका ने ट्रेड एक्ट 1974 के तहत 1 जनवरी 1976 को जीएसपी का गठन किया था।
भारत हम पर लगाता है बहुत अधिक टैक्स, हम भी वसूलेंगे: ट्रंप
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारत बहुत ज्यादा टैरिफ लगाने वाला देश है। ट्रंप ने कहा कि वह दोतरफा (परस्पर अनुवर्ती या जवाबी) टैक्स चाहते हैं। कंजर्वेटिव पॉलिटिकल ऐक्शन कॉन्फ्रेंस (CPAC) को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, 'भारत बहुत अधिक आयात शुल्क लगाने वाला देश है। वे हम से बहुत अधिक चार्ज लेते हैं।'
ट्रंप ने कहा, 'जब हम एक मोटरसाइकल भारत भेजते हैं तो वे 100 फीसदी टैक्स लगाते हैं और जब भारत एक मोटरसाइकल हमारे यहां भेजता है तो हम कुछ भी टैक्स नहीं लगाते। इसलिए मैं दोतरफा टैक्स चाहता हूं। मैं टैक्स लगाना चाहता हूं। इसे मिरर टैक्स कहा जाता है, लेकिन यह पारस्परिक है।'
इस साल की शुरुआत में वाइट हाउस के एक कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा कि वह हार्ले डेविडसन पर टैक्स को 100 फीसदी से घटाकर 50 फीसदी करने के भारत के फैसले से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा, 'यह भी पर्याप्त नहीं है, लेकिन ठीक है।'
‘वो हमें 100 फीसदी चार्ज कर रहे हैं मैं 25 फीसदी टैक्स चाहता हूं’
उन्होंने भारत का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह दूसरे देश अमेरिकी प्रॉडक्ट्स पर अधिक टैक्स लगाते हैं और अब अमेरिका दोतरफा टैक्स चाहता है। ट्रंप ने कहा, 'भारत हम पर बहुत अधिक टैक्स लगाता है। वह सौ फीसदी टैक्स लगाते हैं, मैं आप पर 100 फीसदी टैक्स नहीं लगाने जा रहा हूं, लेकिन मैं 25 फीसदी चार्ज करूंगा। इस पर सीनेट में हंगामा मच गया, क्योंकि हम 25 पर्सेंट चार्ज करेंगे।
ट्रंप ने अपने समर्थकों से कहा कि उनके कदम का सीनेट में विरोध किया गया। उन्होंने कहा, 'मैंने उनसे कहता हूं, वो हमें 100 फीसदी चार्ज कर रहे हैं और उसी प्रॉडक्ट के लिए मैं 25 फीसदी टैक्स चाहता हूं। मैं 25 फीसदी लेते हुए मूर्खता महसूस करता हूं, क्योंकि यह 100 फीसदी होना चाहिए। लेकिन मैं केवल 25 पर्सेंट आप लोगों की वजह से ले रहा हूं, मैं आपका समर्थन चाहता हूं।'