फेसबुक डेटा लीक के कारण विवादों में रही ब्रिटिश कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका ने अपना सारा कामकाज तत्काल प्रभाव से बुधवार को बंद करने की घोषणा की।
कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में कहा है कि हालांकि उस पर लगे आरोप आधारहीन हैं, पर ग्राहक न होने के कारण उसे अपना व्यवसाय बंद करना पड़ रहा है।
कंपनी पर फेसबुक के करोड़ों यूजर्स की निजी जानकारी का दुरूपयोग करने का आरोप है। आरोप यह भी है कि कंपनी ने उस डेटा का इस्तेमाल 2016 में हुए अमरीकी चुनावों को प्रभावित करने के लिए किया था।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, लंदन स्थित इस एनालिटिक्स कंपनी की मूल कंपनी एससीएल ग्रुप के संस्थापक नाइजेल ओक्स ने इस पुष्टि करते हुए कहा कि कंपनी अपना व्यवसाय बंद कर रही है।
बता दें कि फेसबुक डेटा लीक प्रकरण में जांच को लेकर कंपनी पर कानूनी मार पड़ी है। और कंपनी लगातार अपने ग्राहकों को खो रही थी।
कंपनी ने अपने कर्मचारियों से कंप्यूटर सिस्टम लौटाने को कहा है।
बता दें कि मार्च महीने में कंपनी के सीईओ अलेक्जेंडर निक्स को निलंबित कर दिया गया था। निक्स ने ऑन रिकॉर्ड दूसरे देशों के चुनावों को प्रभावित की बात स्वीकार की थी। इसके लगभग दो महीने बाद कंपनी ने अपना कामकाज बंद करने का ऐलान किया है।
कैंब्रिज एनालिटिका ने अवैध रुप से करोड़ों फेसबुक यूजर्स के अकाउंट में सेंध लगाई थी। व्हिसलब्लोअर क्रिस्टोफर विली ने पहले इस मामले का खुलासा किया था। फेसबुक ने अप्रैल में इस मामले को स्वीकार किया था कि 87 मिलियन यूजर्स के डेटा में कैंब्रिज एनालिटिका ने सेंध लगाई थी।
कैंब्रिज एनालिटिका ने 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप के लिए काम किया था। हाल ही में कंपनी पर 2014 में भारत के आम चुनावों को भी प्रभावित करने का आरोप लगा था।