गूगल ने उपभोक्ताओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अपने सोशल नेटवर्क गूगल+ (गूगल प्लस) को बंद करने का ऐलान कर दिया है। गूगल ने कहा है कि इस सोशल नेटवर्किंग साइट को बंद करने से पहले उसने उस बग को ठीक कर लिया था, जिसकी वजह से पांच लाख लोगों के अकाउंट में निजी डाटा में सेंध लगाई गई थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक गूगल की ओर से जानकारी दी गई कि यूजर्स के नाम, ई-मेल एड्रेस, व्यवसाय, जेंडर और उम्र की जानकारी लीक हुई है।
गूगल ने कहा, 'किसी भी डेवलपर को बग के बारे में जानकारी नहीं थी, हमें इस बात का कोई सबूत नहीं मिला और न ही एपीआई का दुरुपयोग किया। किसी प्रोफाइल के डेटा के दुरुपयोग का भी कोई सबूत नहीं है।'
इस घोषणा के बाद गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयर में 2.6 फीसद की गिरावट देखने को मिली।
क्या है मामला?
गौरतलब है कि एक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी के कारण 2015 से 2018 के बीच बाहरी डेवलपर्स ने गूगल प्लस प्रोफाइल के डेटा में सेंध लगाने की कोशिश की। गूगल के मुताबिक करीब 5 लाख लोगों के निजी डेटा में सेंध लगाई गई थी। हालांकि गूगल ने दावा किया है कि उस बग को ठीक कर लिया गया था।
बंद होने की वजह
अमेरिका की दिग्गज इंटरनेट कंपनी ने कहा कि उपभोक्ताओं के लिए 'गूगल+ का सूर्यास्त हो गया। यह सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक को चुनौती देने में विफल रही थी। गूगल के एक प्रवक्ता ने 'गूगल+ को बंद करने की मुख्य वजह बताते हुए कहा कि गूगल+ को बनाने से लेकर प्रबंधन में काफी चुनौतियां थी जिसे ग्राहकों के आशा के अनुरूप तैयार किया गया था लेकिन इसका कम इस्तेमाल किया जाता था। यही इसके बंद होने की वजह है।