श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि कोलंबो में भारतीय उच्चायोग सहित देश में हमलों के बारे में पहले ही खुफिया चेतावनी दी गई थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पत्रकारों से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि आत्मघाती बम विस्फोटों जिसमें 359 लोग मारे गए और 500 से अधिक घायल हो गए के बाद सुरक्षा प्रतिष्ठान के शीर्ष पदों में बदलाव होंगे।
विक्रमसिंघे ने कहा कि भारतीय उच्चायोग सहित हमलों पर पूर्व में खुफिया चेतावनी दी गई थी। इससे पहले संसद को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं ने संदिग्धों की पहचान करने के लिए अच्छी प्रगति की है।
विक्रमसिंघे ने कहा कि हमले की जांच करने वाले अधिकारी चीन और पाकिस्तान सहित कई देशों के संपर्क में थे।
उन्होंने कहा कि यह संभव है कि यह बम धमाके में न्यूजीलैंड मस्जिद हमलों का "प्रतिशोध" हो, जिसमें 50 मुस्लिम मारे गए थे। इससे पहले रक्षामंत्री रुवन विजेवार्डीन ने भी इसी तरह की टिप्पणी की थी।
मिल रही है अंतरराष्ट्रीय मदद
विक्रमसिंघे ने कहा कि श्रीलंका को आतंकवाद से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र, इंटरपोल सहित कई देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा सहायता की पेशकश की गई है। रक्षा सचिव हेमासीरी फर्नांडो ने मंगलवार को कहा कि एफबीआई ने पहले ही इस घटना की जांच शुरू कर दी है, जबकि इंटरपोल के देश में आने की उम्मीद है।
पर्यटन पर असर
हाल के हमलों ने श्रीलंका की अर्थव्यवस्था और पर्यटन उद्योग को भी निशाना बनाया। जिसके बाद, सरकार ने पर्यटन उद्योग की सुरक्षा के लिए एक विशेष योजना को लागू करने के लिए कदम उठाए हैं।
अब क्या हैं हालात
-माना जा रहा है कि सातों आत्मघाती हमलावर एक इस्लामी चरमपंथी समूह- नेशनल तौहीद जमात (NTJ) के सदस्य हो सकते हैं। इन हमलावरों ने ईस्टर संडे को श्रीलंका में तीन चर्चों और लक्जरी होटलों में बम धमाके किए। इस दौरान 359 लोगों की मौत और 500 से अधिक घायल हो गए।
-इस्लामिक स्टेट ने श्रीलंका में विस्फोटों के लिए जिम्मेदारी का दावा किया है और उन सात आत्मघाती हमलावरों की पहचान की है जो हमलों में शामिल थे। आईएसआईएस ने मंगलवार दोपहर बाद कहा कि श्रीलंका में आत्मघाती हमला करने वाले लोग इस्लामिक स्टेट के लड़ाके थे। हालांकि, अब तक आईएस के धमाकों में शामिल होने का कोई सुबूत नहीं मिला है।
-आत्मघाती हमलावरों द्वारा कथित तौर पर इस्तेमाल किए गए एक वैन के चालक सहित चालीस संदिग्धों को अब तक उन हमलों के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।