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ईरान ने माना- गलती से यूक्रेन के विमान पर मिसाइल दागी जिसमें 176 लोग मारे गए

  पिछले कई दिनों से अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनाव के बीच बड़ी खबर सामने आई है। यूक्रेन के यात्री...
ईरान ने माना- गलती से यूक्रेन के विमान पर मिसाइल दागी जिसमें 176 लोग मारे गए

 

पिछले कई दिनों से अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनाव के बीच बड़ी खबर सामने आई है। यूक्रेन के यात्री विमान हादसे को लेकर ईरान ने शनिवार को अपना कुबूलनामा जारी किया है। ईरान की सेना ने एक बयान जारी कर कहा है कि मानवीय चूक से यूक्रेन का यात्री विमान मार गिराया था। बता दें कि 8 जनवरी को ईरान में यूक्रेन का विमान क्रैश हुआ था। इस क्रैश में 176 यात्रियों की मौत हो गई थी। इससे पहले ईरान ने कई दिनों तक विमान को गिराने की बात से इनकार किया, लेकिन अमेरिकी और कनाडा ने कहा था कि उन्हें विश्वास है कि ईरान ने ही विमान को मार गिराया है।

ईरान के राष्ट्रपति बोले- जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई

ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने सेना के कबूलनामे के बाद ट्वीट में कहा, “सेना की आतंरिक जांच में सामने आया है कि मानवीय भूल के चलते मिसाइल हमले में यूक्रेन का विमान क्रैश हुआ और 176 लोगों की मौत हुई। इस बड़ी त्रासदी और अक्षम्य घटना के जिम्मेदारों की पहचान और उन पर कार्रवाई के लिए जांच जारी रहेगी। ईरान इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा दुख व्यक्त करता है। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदना।

कनाडा और ब्रिटिश के पीएम के दावे के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुआ ये वीडियो

कनाडा के पीएम ट्रूडो और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के दावे के ठीक बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इसमें यूक्रेन के विमान को मिसाइल से टकराने के बाद आग के गोले में बदलते देखा जा सकता है।  

बता दें कि यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस का बोइंग 737 विमान तेहरान से उड़ान भरने के कुछ समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। ईरान द्वारा इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए मिसाइल हमले के कुछ देर बाद यह विमान हादसा हुआ था। यह विमान यूक्रेन की राजधानी कीव जा रहा था। बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए इस विमान में ईरान के 82, कनाडा के 63, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफगानिस्तान के चार, जर्मनी के तीन और ब्रिटेन के तीन नागरिक सवार थे।

अमेरिका ने कहा था- रूस में बनी दो मिसाइलें लगने से गिरा विमान

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को अफसरों के साथ बैठक में आशंका जताई थी कि यूक्रेन का बोइंग-737 ईरानी मिसाइल लगने से ही गिरा है। बैठक में अधिकारियों ने कहा था कि ईरान ने गलती से यात्री विमान पर रूस में बनी दो मिसाइलों से हमला किया। 

ईरान ने अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन के दावों को नकारा

अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन के इन दावों को ईरान ने पहले नकार दिया था। राष्ट्रपति रूहानी की सरकार ने कहा था कि विमान पर मिसाइल लगने की बात बेतुकी है, क्योंकि उस वक्त कई अन्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान उसी हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहे थे। ईरान का आरोप था कि यह रिपोर्ट्स मीडिया में उसके खिलाफ मनोवैज्ञानिक युद्ध छेड़ने के लिए चलाई गई हैं।

यूक्रेन एयरलाइंस का दावा था- हादसा तकनीकी खराबी से नहीं हुआ

यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस (यूआईए) ने हादसे के ठीक बाद ही इसके पीछे तकनीकी खामी को वजह मानने से इनकार कर दिया था। पायलटों के पास किसी भी आपातकालीन चुनौती से निपटने की क्षमता थी। हमारे रिकॉर्ड्स बताते हैं कि विमान 2400 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। क्रू के अनुभव के लिहाज से गड़बड़ी काफी छोटी रही होगी। हम तो उसे महज इत्तेफाक भी नहीं मान सकते।”

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