जी-7 सम्मेलन के लिए फ्रांस दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वहां के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने जम्मू-कश्मीर से मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद-370 हटाए जाने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तीसरे देश के दखल की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि यह भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा है।
आतंकवाद की लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है फ्रांस
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद आतंकवाद की लड़ाई में भारत के साथ खड़े होने की बात कही। उन्होंने कहा कि आतंकवाद की लड़ाई में फ्रांस हमेशा भारत के साथ खड़ा है। भारत और फ्रांस हर हालात में साथ-साथ खड़े हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि भारत और फ्रांस की दोस्ती भाईचारे पर आधारित है।
दोनों के देशों के बीच इन मुद्दों पर भी हुई बातचीत
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि हमने पीएम मोदी के साथ डिजिटल, साइबर सेक्योरिटी, और अफ्रीका जैसे मुद्दों पर बातचीत की। हम इन सारे मुद्दों पर साथ काम करेंगे। उन्होंने पुलवामा हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 14 फरवरी पुलवामा में जो कुछ भी हुआ उसके लिए संवेदना प्रकट करता हूं। मैक्रों ने कहा कि दोनों देश आतंकवाद पर साथ काम करेंगे। रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच जो सामंजस्य है, उसे देखकर कहा जा सकता है कि हममें कितना विश्वास है। इसके अलावा मैक्रों ने बताया कि फ्रांस अगले महीने भारत को 36 राफेल लड़ाकू विमानों में से पहले विमान की सप्लाई कर देगा।
भारत-फ्रांस के बीच दोस्ती किसी स्वार्थ पर नहीं टिकी
मैक्रों के बयान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच दोस्ती किसी स्वार्थ पर नहीं टिकी है, बल्कि यह स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के ठोस सिद्धांतों पर आधारित है। पीएम मोदी ने कहा, ‘दोनों देश लगातार आतंकवाद का सामना कर रहे हैं। हमारा इरादा आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को व्यापक बनाना है।’ उन्होंने कहा कि फ्रांस और भारत जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी समावेशी विकास की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक साथ खड़े हैं।
मैक्रों के साथ बातचीत शुरू होने से पहले पीएम ने किया ट्वीट
पीएम मोदी ने चेतऊ डी चैन्टिली में मैक्रों के साथ बातचीत शुरू होने से पहले ट्वीट किया, ‘यह यात्रा फ्रांस के नेतृत्व के साथ पहले की गई बातचीत को आगे बढ़ाएगी।’ चेतऊ डी चैंन्टिली पेरिस से 50 किलोमीटर दूर स्थिति ऐतिहासिक इमारत है। मैक्रों ने पीएम मोदी को इस इमारत की ऐतिहासिक अहमियत के बारे में बताया। दोनों नेताओं ने सीधी बातचीत की, जिसके बाद शिष्टमंडल स्तर की वार्ता हुई।