इस साल का राइट लाइवलिहुड अवार्ड‚ जिसे वैकल्पिक नोबेल पुरस्कार कहा जाता है, मार्शल आइलैंड्स के टॉम डी ब्रम को मिला है। टॉम प्रशांत महासागर के इस छोटे द्वीप देश के विदेश मंत्री है, जिन्होंने विश्व के परमाणु शक्ति संपन्न देशों को अंतर्राष्ट्रीय अदालत में साहसिक चुनौती दी है।
आज स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में इन पुरस्कारों की घोषणा की गई। परमाणु शक्तिसंपन्न देशों के खिलाफ साहसिक लड़ाई लड़ रहे डी ब्रम को यह पुरस्कार मिलने से दुनिया भर के परमाणु विरोधी कार्यकर्ताओं को बल मिला है। राइट लाइवलिहुड की ज्यूरी ने कनाडा की श्येला वाट्ट क्लोटियर को आर्टिक क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ ताउम्र काम करने के लिए भी सम्मानित किया है। इस बार वैकल्पिक नोबेल पुरस्कार की ज्यूरी ने समलैंगिक लोगों के अधिकारों के लिए संघर्षरत उगांडा की काशा जैक्विलीन को भी सम्मानित किया है। इसके साथ ही इटली के जिनो स्ट्रेडा को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने इमर्जेंसी संस्था की स्थापना की और इसके जरिये युद्ध और संघर्ष से पीड़ित मानवता को चिकित्सकीय मदद मुहैया कराई।
टॉम परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए काम कर रहे हैं। वह भारत सहित दुनिया के तमाम परमाणु संपन्न देशों से विश्व के पर्यावरण को हाेने वाले नुकसान के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।