प्रधानमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी कि आज दोपहर पीएम मोदी को उनके पाकिस्तानी समकक्ष शरीफ ने पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बारे में फोन किया। पीएमओ ने बयान में जानकारी दी कि टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान मोदी ने इस बात पर कड़ाई से जोर दिया कि पाकिस्तान को पठानकोट आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों एवं संगठनों के खिलाफ ठोस और तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है। इस घटना में छह आतंकवादी मारे गए जबकि लेफ्टिनेंट कर्नल समेत सात सुरक्षाकर्मी शहीद हुए। पीएमओ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि इस बारे में पाकिस्तान को विशिष्ट और कार्रवाई करने योग्य सूचना उपलब्ध कराई गई हैं। शरीफ ने प्रधानमंत्री मोदी को आश्वस्त किया कि उनकी सरकार आतंकवादियों के खिलाफ त्वरित एवं निर्णायक कार्रवाई करेगी।
वहीं भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बारे में कहा कि ऐसे संकेत हैं कि आतंकवादियों द्वारा प्रयोग किए गए कुछ उपकरण पाकिस्तान में बने हैं। बताया जा रहा है कि कार्रवाई के दौरान हमलावरों ने पाकिस्तान में कई फोन किए जिनमें कुछ संक्षिप्त और कुछ लंबी अवधि के थे। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने पाकिस्तानी नंबर जैसी कुच सूचनाएं और सुराग दिए हैं।
उधर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा है कि पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वालों ने सीमा पार जिन लोगों से संपर्क किया, उनकी पहचान स्पष्ट होने पर मामले को सुलझाने के लिए एजेंसी पाकिस्तान की मदद लेगी। एनआईए प्रमुख शरद कुमार कल पठानकोट एयरबेस जाएंगे और स्थिति का जायजा लेंगे। उन्होंने कहा, यह बहुत ही चुनौतीपूर्ण मामला है और इसमें काफी जांच किए जाने की जरूरत है। इसलिए इस मामले में मैं कोई समय सीमा तय नहीं कर रहा हूं लेकिन हम इसे जल्द पूरा करने का प्रयास करेंगे। पठानकोट आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों की राष्ट्रीयता के बारे में एनआईए के प्रमुख ने कहा कि इसमें तनिक भी संदेह नहीं है कि आरोपी पाकिस्तान से थे।
पाकिस्तानी विदेश विभाग ने सोमवार की रात इस्लामाबाद में एक बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकी हमले के संबंध में भारत द्वारा उपलब्ध कराए गए सुरागों पर काम कर रहा है। बयान में कहा गया, आतंकवाद से मुकाबला करने और इसे उखाड़ फेंकने की पाकिस्तान की प्रतिबद्धता के अनुरूप पाकिस्तान सरकार, भारत सरकार के संपर्क में है और उसके द्वारा उपलब्ध कराए गए सुरागों पर काम कर रही है। इसमें हालांकि भारत द्वारा उपलब्ध कराए गए सुरागों का ब्योरा नहीं दिया गया।