सिख्स फॉर जस्टिस के बैनर तले अंदाजन 200 सिखों ने विरोध प्रदर्शन किया। ये लोग पंजाब में सिखों के लगातार हो रहे मानवाधिकार हनन के लिए प्रधानमंत्री का विरोध कर रहे थे। इन्होंने अपनी पुरानी मांग के तहत वर्ष 2020 तक अलग से खालिस्तान की मांग भी उठाई। प्रदर्शन में भारत और मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई।
प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे बख्शीश सिंह संधु का कहना है कि भारत में अल्पसंख्यक समुदाय विशेषकर ईसाइयों, सिख और मुसलमानों के अधिकारों की अनदेखी हो रही है। इसके अलावा गुजरात के पाटीदार समुदाय ने भी न्याय की मांग करते हुए कहा कि भारत की जेलों में बंद 4,000 पटेल युवाओं छोड़ा जाए। इनका कहना है कि भारत में पुलिस साधारण लोगों के खिलाफ भी कठोर कदम उठा रही है। प्रदर्शनकारियों ने सरदार पटेल समर्थित टोपियां पहन रखी थीं। गौरतलब है कि यह वही पाटीदार समुदाय है, जिसने हाल ही में गुजरात में हार्दिक पटेल की अगुवाई में आरक्षण के लिए आंदोलन किया था। पटेल लोगों ने डायमंड एंड जेमस्टोन इंडस्ट्री ऑफ न्यूयॉर्क के बैनर तले प्रदर्शन किया।