सीरियन ऑब्जवर्टरी फॉर ह्यूमन राइट्स के निदेशक रमी अब्देल रहमान ने कल कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि अरीहा शहर में मगरिब की नमाज के बाद हुए विस्फोट में दर्जनों नागरिक भी घायल हुए थे। ब्रिटेन की इस ऑब्जवर्टरी ने कहा, अल-नुसरा फ्रंट के 25 सदस्य इदलिब प्रांत के अरीहा शहर स्थित मस्जिद के भीतर हुए विस्फोट में मारे गए। इन लोगों में जिहादी समूह का एक नेता भी शामिल था। विस्फोट का कारण तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया।
सीरियन रेवॉल्यूशन जनरल कमीशन नामक कार्यकर्ता समूह ने कहा, अरीहा के पश्चिमी क्षेत्रा में स्थित सलेम मस्जिद में विस्फोट शाम की नमाज के बाद उस समय हुआ, जब सैंकड़ों नागरिक अल-नुसरा फ्रंट के साथ इफ्तार के लिए एकत्रा हुए थे। ज्यादा जानकारी दिए बिना इस समूह ने कहा कि रमजान के पवित्र महीने में इबादत करने वाले कई नागरिक भी इस विस्फोट में मारे गए अल-नुसरा फ्रंट समेत विपक्षी समूहों के एक गठबंधन द्वारा प्रशासनिक बलों को उनके अंतिम गढ़ों से भी खदेड़े जाने के बाद इदलिब प्रांत का अधिकतर क्षेत्रा अब विद्रोहियों के नियंत्रण में है।
वर्ष 2011 में सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू होने के बाद से अब तक सीरिया में 2,30,000 लोग मारे जा चुके हैं। इन प्रदर्शनों के साथ ही सरकार समर्थक बलों, विद्रोहियों और जिहादी समूहों के बीच एक-दूसरे के खिलाफ गृहयुद्ध शुरू हो गया था।