थाईलैंड के चियांग राय प्रांत स्थित विथक्किआर्ट वित्थया स्कूल की दोमंजिला इमारत में कल रविवार की देर रात आग लग जाने की वजह से 18 लड़कियों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे में जिन लड़कियों की मौत हुई है उनकी उम्र पांच से 12 साल के बीच है। इस छात्रावास में 38 छात्राएं रह रही थीं। जिस समय आग लगी उस समय इनमें से अधिकतर लड़कियां सो रही थीं जिस वजह से वे आग से बचकर भाग नहीं पाईं। ये लड़कियां चियांग राय और चियांग माय के पहाड़ी इलाकों में स्थित गांवों में रहने वाले आदिवासी समुदायों से आती हैं। ये शहर में पढ़ने के लिए आई थीं।
अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के बाद कुछ ही बच्चियों को बचाया जा सका जबकि बाकी अंदर ही फंसी रहीं। न्यूज चैनल 3 की खबर के अनुसार, अधिकतर पीडि़त इतनी अधिक जल गई थीं कि उनकी पहचान भी नहीं की जा सकी। बचावकर्मियों ने कल देर रात और आज सुबह मलबे को उठाया। द नेशन की खबर के अनुसार, चियांग राय के प्रमुख आपदा शमन अधिकारी सावांग मोमदी ने कहा कि आपदा शमन अधिकारियों, बचावकर्मियों और पुलिस ने इस छात्रावास को पूरी तरह छान डाला ताकि दो लापता लड़कियों का पता लगाया जा सके। दमकलकर्मियों को आग पर काबू पाने में तीन घंटे लगे। उन्होंने लकड़ी की इस इमारत की दूसरी मंजिल की खिड़की से जीवित लड़कियों को और शवों को निकाला।
पीडि़ताओं के शवों को पहचान के लिए अस्पताल भेजा गया। वैज्ञानिक अपराध पहचान विभाग के अधिकारी आग के कारण की जांच कर रहे हैं। थाइलैंड को पहाड़ों पर रहने वाले आदिवासी समुदायों का घर माना जाता है। ये समुदाय मुख्यत: लाओस और म्यांमार की सीमा से सटे सुदूर उत्तरी इलाके में रहते हैं। इस देश में स्वास्थ्य और सुरक्षा के मानक संतोषजनक नहीं हैं जिनके कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं।