भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश में हर रोज सक्रिय मामले और मौत के आंकड़ें तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। वहीं सरकारी व निजी अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, इंजेक्शन की कमी के कारण लोगों की जान जा रही है। इस महामारी की दौर में भारत की गंभीर स्थिति में मदद के लिए कई देश हाथ बढ़ा रहे हैं। दूसरे देशों द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स से लेकर टीके और वेंटिलेटर से लेकर मास्क तक के लिए भारत की मदद की जा रही है। पड़ोसी देशों सहित दुनिया के कम से कम 17 देश भारत की मदद के लिए आगे गए हैं।
भारत की मदद के लिए हाथ बढ़ाने वाले देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लक्जमबर्ग, पुर्तगाल, स्वीडन, ऑक्सट्रेलिया, भूटान, सिंगापुर, सऊदी अरब, हांगकांग, थाईलैंड और यूएई शामिल हैं। ये वे देश हैं जो भारत के मुश्किल वक्त में गंभीर स्थिती से निकालने में मदद करने जा रहे हैं।
भारत की मदद करने वाले देश
अमेरिका
अमेरिका ने कहा है कि वो कोविशील्ड वैक्सीन के उत्पादन के लिए भारत की जरूरी कच्चे माल की आपूर्ति करेगी जिससे वैक्सीन के उत्पादन के काम में तेजी लाई जा सके। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि अमेरिका भारत की मदद करने को लेकर दृढ़ संकल्प है।
न्यूयॉर्क के जॉन एफ़ केनेडी हवाई अड्डे से रविवार को एयर इंडिया के एक विमान से भारत के लिए 318 ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर की पहली खेप भेजी गई जो सोमवार सवेरे दिल्ली पहुंची.
यूनाइटेड किंगडम
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि सरकार भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है और कोरोना से लड़ने के लिए ब्रिटेन ने 300 से अधिक ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर समेत 600 मेडिकल डिवाइस भारत भेज रहा है। इस तरह दवाओं और मेडिकल सामान की कुल नौ खेप भारत के लिए भेजी जा रही हैं। जिसकी पहली खेप मंगलवार को दिल्ली पहुंच गई है।
फ्रांस
फ्रांस से भी भारत को राहत सामग्री भेजी रहा है। दिल्ली सरकार ने राजधानी में ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए बैंकॉक से 18 टैंकर और फ्रांस से 21 ऑक्सीजन के प्लांट आयात करने का निर्णय लिया है। जो बहुत जल्द आने वाला है।
आयरलैंड
आयरलैंड के राजदूत ब्रेंडन वार्ड ने कहा कि आयरलैंड भारत सरकार से करीबी संपर्क बनाए हुए हैं और महामारी से निपटने में भारत की ज्यादा से ज्यादा मदद करने के रास्ते खोज रही है। आयरलैंड स्वास्थ्य कर्मियों की मदद के लिए भारत को 700 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स भेज रहा है।
सऊदी अरब
भारत की आपातकालीन जरूरत के लिए सऊदी अरब ने चार क्रायोजिनेक ऑक्सीजन और 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भारत भेजा है।
हांगकांग
हांगकांग से भारत में 800 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स मंगाए गए हैं।
जर्मनी
जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल ने रविवार को भारत में कोरोना की स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि उनकी सरकार भारत की मदद के लिए आपातकालीन मदद की व्यवस्था में जुटी है। यह जानकारी उनके प्रवक्ता स्टीफन स्टीबर्ट ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। जर्मन भारत के लिए मोबाइल ऑक्सीजन जेनेरेटर और अन्य मेडिकल सप्लाई भेजने की तैयारी कर रहा है।
भूटान
असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार ने पड़ोसी देश भूटान से ऑक्सीजन आयात करने के प्रबंध किये हैं।
सरमा ने कहा कि रेमडेसिविर की कमी नहीं होगी क्योंकि उन्होंने दवा निर्माता सन फार्मा से उसके पलासबाड़ी संयंत्र में इसका उत्पादन बढ़ाकर 80 हजार शीशी प्रति सप्ताह करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा, 'ऑक्सीजन के संबंध में हम आगे बढ़ रहे हैं। भूटान में नया ऑक्सीजन संयंत्र लगाया जा रहा है। आज हमने वहां से ऑक्सीजन आयात करने का निर्णय लिया है।'
सिंगापुर
सिंगापुर ने भारत के लिए 500 बाईपैप, 250 ऑक्सीजन और दूसरी मेडिकल सप्लाई भेजी है। इसकी पहली खेप लेकर विमान सिंगापुर से चांगी हवाईअड्डे से रविवार को मुंबई पहुंचा था।
बता दें कि देश में कोरोनावायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है।भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड19 के 3,60,960 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,79,97,267 हुई। 3,293 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 2,01,187 हो गई है।
देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 29,78,709 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,48,17,371 है।
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस की 25,56,182 वैक्सीन लगाई गईं, जिसके बाद कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 14,78,27,367 हुआ।
भारत में कल तक कोरोना वायरस के लिए कुल 28,27,03,789 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 17,23,912 सैंपल कल टेस्ट किए गए।